कोडरमा : एक चापाकल के सहारे नावाडीह पंचायत के लोग
दिनभर पानी के लिए लोगों की लंबी कतारें लगी रहती है Ramkumar Domchanch, Koderma: जहां एक और पूरे देश में प्रधानमंत्री जल नल मिशन योजना के तहत गांव-गांव पेयजल सप्लाई हो रहा है. वहीं दूसरी ओर एक चापाकल के सहारे नावाडीह पंचायत के लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं. डोमचांच प्रखंड के नावाडीह पंचायत के […]
दिनभर पानी के लिए लोगों की लंबी कतारें लगी रहती है
Ramkumar
Domchanch, Koderma: जहां एक और पूरे देश में प्रधानमंत्री जल नल मिशन योजना के तहत गांव-गांव पेयजल सप्लाई हो रहा है. वहीं दूसरी ओर एक चापाकल के सहारे नावाडीह पंचायत के लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं. डोमचांच प्रखंड के नावाडीह पंचायत के रुपनडीह कान्दु टोला में एक चापाकल के सहारे सैकड़ों परिवार निर्भर हैं. क्योंकि आसपास कोई चापाकल नहीं है. इस चापाकल में सुबह से लेकर शाम तक भीड़ लगी रहती है. इस पर कान्दु टोला, रुपनडीह, रविदास टोला के लगभग सैकड़ों परिवार के लोग निर्भर हैं. चापाकल के बगल में मुखिया मद से पानी के लिए टंकी लगाया गया ह., टंकी में पानी सौर ऊर्जा प्लेट के सहारे दिन में चढ़ता है. और लगे हुए नल से ग्रामीण पानी लेते हैं. कई बार तो पानी को लेकर आपस में लोग लड़ जाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी का स्तर बहुत नीचे रहने के चलते बोरिंग फेल हो जाता है, जैसे ही लोग यहां चापाकल के लिए बोरिंग करते हैं तो जमीन के निचले स्तर पर पत्थर आ जाता है.
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जल स्तर गया नीचे
लोगों का यह भी कहना है कि पेयजल के लिए 200, 300 फीट बोरिंग कराने के बावजूद भी पीने के लिए जल नसीब नहीं हो पता. पेयजल स्वच्छता विभाग ने जल मीनार बनाया है. गांव-गांव में पाइप भी विछा दिया गया और कनेक्शन भी दे दिया गया. कभी कभी सप्लाई पानी भी आ जाता है. लेकिन सुचारू रूप से पानी की सप्लाई नहीं होने के कारण लोग परेशान हैं. जनता जनप्रतिनिधियों को चुनकर संसद और विधानसभा के सदन तक भेजते हैं और जनप्रतिनिधि सरकार बनाने में अपना महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं. सरकार भी बनती है लेकिन क्षेत्र के जनहित के मुद्दे वहीं के वहीं रह जाते हैं.
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