दिल की तन्हाई - एकलपना और खुशी के शेर
दिल की तन्हाई - एकलपना और खुशी के शेरतन्हाई में खुद को पहचानने का वक्त मिलता है,दिल की गहराई से अपने दर्द को समझने का वक्त मिलता है।कभी कभी अकेलेपन में भी एक अलग तरह की खुशी मिलती है,जब हम अपनी खुद की तकलीफों को सहने का हुनर सीख लेते हैं।तन्हाई में भी अब खुश रहना सीख लिया है,दिल की आवाज़ को सुनना सीख लिया है।मुझे अब किसी और की तलाश नहीं है,खुश रहने का तरीका अब खुद से ही मिला है।कभी कभी अकेलेपन में खुद की पहचान होती है,तन्हाई में दिल की आवाज़ साफ सुनाई देती है।जो खो जाता है, वह फिर कभी वापस नहीं आता,लेकिन दिल की तन्हाई में हमें सुकून मिल जाता है।दिल की तन्हाई में एक गहरी शांति पाई है,एक पल के लिए खुद से मिली खुशियाँ अनमोल हैं।मैं अब अकेले में भी खुद को पूरा समझता हूँ,क्योंकि खुश रहना अब मेरी आदत बन गई है।तन्हाई में जीने की राह मिल गई है,अब हर दिन खुशी से बसर करने की चाह मिल गई है।कभी कभी दिल की तन्हाई ही हमें सही रास्ता दिखाती है,अकेले रहने में भी एक तरह की राहत मिल जाती है।दिल की तन्हाई से अब डर नहीं लगता,क्योंकि अकेले में भी अब कोई ग़म नहीं रहता।जो तलाशा था कभी दूसरों में,वह अब खुद के अंदर मिल गया है।एकलपना अब मुझे मजबूरी नहीं लगता,इसमें भी अपनी दुनिया बसाने का अहसास होता है।तन्हाई में मुझे खुद से मिलने का मौका मिलता है,और अब खुशी अपने अंदर ही बसी होती है।तन्हाई का भी अपना अलग ही स्वाद है,यह हमें खुद से मिलने का एक और रास्ता देता है।जब दुनिया से दूर, खुद के पास होते हैं,तभी हमें अंदर की खुशी का एहसास होता है।दिल की तन्हाई में एक ग़म छुपा होता है,लेकिन जब इसे समझते हैं, तो खुशी भी यही होती है।अकेलेपन में एक नयी ताकत मिलती है,जिससे हम दुनिया से कहीं ज्यादा खुश रहते हैं।तन्हाई में भी मुस्कुराने का एक तरीका होता है,जब दिल में खुद की खुशी बसी होती है।एकलपना कभी कष्ट नहीं बनता,जब हम इसे अपनी आत्मा के साथ साझा करते हैं।
दिल की तन्हाई - एकलपना और खुशी के शेर
तन्हाई में खुद को पहचानने का वक्त मिलता है,
दिल की गहराई से अपने दर्द को समझने का वक्त मिलता है।
कभी कभी अकेलेपन में भी एक अलग तरह की खुशी मिलती है,
जब हम अपनी खुद की तकलीफों को सहने का हुनर सीख लेते हैं।तन्हाई में भी अब खुश रहना सीख लिया है,
दिल की आवाज़ को सुनना सीख लिया है।
मुझे अब किसी और की तलाश नहीं है,
खुश रहने का तरीका अब खुद से ही मिला है।कभी कभी अकेलेपन में खुद की पहचान होती है,
तन्हाई में दिल की आवाज़ साफ सुनाई देती है।
जो खो जाता है, वह फिर कभी वापस नहीं आता,
लेकिन दिल की तन्हाई में हमें सुकून मिल जाता है।दिल की तन्हाई में एक गहरी शांति पाई है,
एक पल के लिए खुद से मिली खुशियाँ अनमोल हैं।
मैं अब अकेले में भी खुद को पूरा समझता हूँ,
क्योंकि खुश रहना अब मेरी आदत बन गई है।तन्हाई में जीने की राह मिल गई है,
अब हर दिन खुशी से बसर करने की चाह मिल गई है।
कभी कभी दिल की तन्हाई ही हमें सही रास्ता दिखाती है,
अकेले रहने में भी एक तरह की राहत मिल जाती है।दिल की तन्हाई से अब डर नहीं लगता,
क्योंकि अकेले में भी अब कोई ग़म नहीं रहता।
जो तलाशा था कभी दूसरों में,
वह अब खुद के अंदर मिल गया है।एकलपना अब मुझे मजबूरी नहीं लगता,
इसमें भी अपनी दुनिया बसाने का अहसास होता है।
तन्हाई में मुझे खुद से मिलने का मौका मिलता है,
और अब खुशी अपने अंदर ही बसी होती है।तन्हाई का भी अपना अलग ही स्वाद है,
यह हमें खुद से मिलने का एक और रास्ता देता है।
जब दुनिया से दूर, खुद के पास होते हैं,
तभी हमें अंदर की खुशी का एहसास होता है।दिल की तन्हाई में एक ग़म छुपा होता है,
लेकिन जब इसे समझते हैं, तो खुशी भी यही होती है।
अकेलेपन में एक नयी ताकत मिलती है,
जिससे हम दुनिया से कहीं ज्यादा खुश रहते हैं।तन्हाई में भी मुस्कुराने का एक तरीका होता है,
जब दिल में खुद की खुशी बसी होती है।
एकलपना कभी कष्ट नहीं बनता,
जब हम इसे अपनी आत्मा के साथ साझा करते हैं।
What's Your Reaction?