रेल दुर्घटना पर कांग्रेस और ममता मोदी सरकार पर बरसे, कहा , संवेदनहीन सरकार है… जवाबदेही तय होनी चाहिए

NewDelhi/Kolkata :  झारखंड के चक्रधरपुर डिवीजन में हुई रेल दुर्घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस ने  मंगलवार को केंद्र सरकार की आलोचना की. एक के बाद एक हो रही ट्रेन दुर्घटनाओं को लेकर सवाल किया कि क्या केंद्र की संवदेनहीनता का कोई अंत नहीं होगा. कांग्रेस ने झारखंड के सरायकेला-खरसावां […] The post रेल दुर्घटना पर कांग्रेस और ममता मोदी सरकार पर बरसे, कहा , संवेदनहीन सरकार है… जवाबदेही तय होनी चाहिए appeared first on lagatar.in.

Jul 30, 2024 - 17:30
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रेल दुर्घटना पर कांग्रेस और ममता मोदी सरकार पर बरसे, कहा , संवेदनहीन सरकार है… जवाबदेही तय होनी चाहिए

NewDelhi/Kolkata :  झारखंड के चक्रधरपुर डिवीजन में हुई रेल दुर्घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस ने  मंगलवार को केंद्र सरकार की आलोचना की. एक के बाद एक हो रही ट्रेन दुर्घटनाओं को लेकर सवाल किया कि क्या केंद्र की संवदेनहीनता का कोई अंत नहीं होगा. कांग्रेस ने झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में रेल हादसे के बाद  केंद्र सरकार पर निशाना साधा. आरोप लगाया कि  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नये भारत में कोई जवाबदेही तय नहीं होती, किसी का इस्तीफा नहीं होता और सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की पीआर मशीन जारी है

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कटाक्ष किया कि एक के एक बाद रेल हादसों के बावजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की पीआर मशीन जारी है. झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में मंगलवार तड़के मुंबई-हावड़ा मेल के कम से कम 18 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण दो लोगों की मौत हो गयी. कई घायल हो गये. रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, एक और रेल दुर्घटना. लेकिन फेल मंत्री की पीआर मशीन  जारी है. लिखा कि अकेले जून और जुलाई 2024 में असफल मंत्री के तहत तीन दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें कुल मिलाकर 17 भारतीय नागरिकों की जान चली गयी और 100 लोग घायल हो गये.

ट्रेन दुर्घटनाएं मोदी के नये भारत में हर हफ्ते घटित होने वाली  वास्तविकता

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट किया, ट्रेन दुर्घटनाएं मोदी के नये भारत में हर हफ्ते घटित होने वाली एक वास्तविकता बन गयी हैं. 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के दुर्घट​​नाग्रस्त हो जाने से चार लोगों की मौत हो गयी थी और 31 अन्य घायल हो गये थे. उन्होंने इस बात का उल्लेख किया, 19 जुलाई को गुजरात के वलसाड में मालगाड़ी पटरी से उतर गयी. 20 जुलाई को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतर गये. 21 जुलाई को राजस्थान के अलवर में मालगाड़ी के 3 डिब्बे पटरी से उतर गये. 21 जुलाई को पश्चिम बंगाल के राणाघाट में मालगाड़ी पटरी से उतर गयी.

नये भारत में कोई जवाबदेही नहीं है, कोई इस्तीफा नहीं है

खेड़ा के अनुसार, 26 जुलाई को ओडिशा के भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी पटरी से उतर गयी. 29 जुलाई को बिहार के समस्तीपुर में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस अन्य डिब्बों से अलग हो गयी. 30 जुलाई को झारखंड के चक्रधरपुर में हावड़ा-सीएसएमटी एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गये, जिससे उसमें सवार दो लोगों की मौत हो गयी और 20 अन्य घायल हुए.

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, अब नतीजा यह होगा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शाम तक अपनी पीआर टीम के साथ साइट का दौरा करेंगे और कल तक एक रील अपलोड करेंगे. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, मोदी के नये भारत में कोई जवाबदेही नहीं है, कोई इस्तीफा नहीं है, केवल अप्रासंगिक रेल परियोजनाओं के बारे में बड़ी-बड़ी बातें हैं, जिनका कोई मतलब नहीं है.

 यह कैसा शासन है , ट्रेन दुर्घटनाएं आम हो गयी हैं : ममता  

ममता बनर्जी ने  एक सोशल मीडिया पोस्ट में पूछा कि यह कैसा शासन है क्योंकि ट्रेन दुर्घटनाएं आम हो गयी हैं. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, एक और विनाशकारी रेल दुर्घटना. आज सुबह झारखंड के चक्रधरपुर डिवीजन में हावड़ा-मुंबई मेल पटरी से उतर गयी जिसके दुखद परिणामस्वरूप कई लोगों की जान चली गयी. बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. ममता ने कहा, मैं गंभीरता से पूछती हूं : क्या यह शासन है? लगभग हर हफ्ते दुःस्वप्नों का यह सिलसिला, रेल पटरियों पर मौतों और चोटों का यह अंतहीन सिलसिला: कब तक हम इसे सहन करेंगे? क्या भारत सरकार की संवेदनहीनता का कोई अंत नहीं होगा?

दुर्घटना जमशेदपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर बड़ाबम्बू के पास हुई

अधिकारियों ने बताया कि झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में मंगलवार तड़के मुंबई-हावड़ा मेल के कम से कम 18 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण दो लोगों की मौत हो गयी और कई लोग घायल हो गये. अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना तड़के पौने चार बजे दक्षिण-पूर्व रेलवे (एसईआर) के चक्रधरपुर डिवीजन के अंतर्गत जमशेदपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर बड़ाबम्बू के पास हुई. एसईआर के प्रवक्ता ओम प्रकाश चरण ने बताया कि पास में एक मालगाड़ी के भी पटरी से उतरने की सूचना है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये दोनों दुर्घटनाएं एक साथ हुई हैं.

 

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