किरीबुरु-चक्रधरपुर : नक्सलियों ने लगाए बैनर-पोस्टर, चुनाव का किया विरोध

Kiriburu/Chakradharpur (Shailesh Singh/Shambhu Kumar) : मनोहरपुर और छोटानागरा थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने पोस्टर साट और बैनर लगाकर लोगों में भय पैदा कर दिया है. मनोहरपुर थाना क्षेत्र के बरंगा, उरकिया, मणिपुर, कमारबेड़ा, मेदासाईं आदि गांवों में नक्सलियों ने पोस्टर व बैनर लगा कर चुनाव का विरोध किया है. नक्सलियों ने बरंगा उच्च विद्यालय की […]

May 9, 2024 - 17:30
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किरीबुरु-चक्रधरपुर : नक्सलियों ने लगाए बैनर-पोस्टर, चुनाव का किया विरोध

Kiriburu/Chakradharpur (Shailesh Singh/Shambhu Kumar) : मनोहरपुर और छोटानागरा थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने पोस्टर साट और बैनर लगाकर लोगों में भय पैदा कर दिया है. मनोहरपुर थाना क्षेत्र के बरंगा, उरकिया, मणिपुर, कमारबेड़ा, मेदासाईं आदि गांवों में नक्सलियों ने पोस्टर व बैनर लगा कर चुनाव का विरोध किया है. नक्सलियों ने बरंगा उच्च विद्यालय की चहारदीवारी पर पोस्टर लगाए हैं. मालूम हो कि स्कूल में 54 एसटी के 11, 12, 13 बूथ हैं. इसके अलावा मणिपुर ग्रिड व कमारबेड़ा के चौक पर बैनर लगाए गए हैं.

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कमारबेड़ा गांव में सड़क किनारे कई जगह पोस्टर लगाए गए हैं. बैनर व पोस्टर में चुनाव का विरोध किया गया है. वहीं सारंडा के दिकूपोंगा स्थित यूपीएस दिकूपोंगा के स्कूल की दीवार पर पेंट से लिख कर चुनाव बहिष्कार किया गया है. इसकी सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और बैनर पोस्टर जब्त कर कार्रवाई में जुट गई है.

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दूसरी ओर भाकपा माओवादी नक्सलियों ने छोटानागरा थाना क्षेत्र अन्तर्गत विभिन्न गांव में चुनाव बहिष्कार से संबंधित पोस्टर लगाये हैं. हालांकि पुलिस ने सभी क्षेत्रों से पोस्टर को हटा लिया है. ग्रामीणों ने बताया कि रात के समय कब और कौन पोस्टर ग्रामीण सड़कों के किनारे लगाकर चला गया, पता नहीं चला.

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सुबह लोग उठे तो पोस्टर देखा. ग्रामीणों ने कहा कि ऐसा पोस्टर नक्सली तमाम चुनावों के दौरान लगाते हैं, लेकिन इससे मतदान कार्य पर कोई असर नहीं पडे़गा, क्योंकि पांच साल बाद उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुनने का मौका मिलता है. इस कार्य को वे बखूबी पूरा करेंगे.

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किरीबुरु : तितलीघाट पुलिया के नीचे से पुलिस को मिला अज्ञात शव

Kiriburu (Shailesh Singh) : छोटानागरा थाना अन्तर्गत तितलीघाट गांव के समीप मुख्य सड़क पर स्थित पुलिया के नीचे एक अज्ञात व्यक्ति का शव संदिग्ध स्थिति में छोटानागरा पुलिस ने बरामद कर पोस्टमार्टम हेतु चाईबासा भेजा. ग्रामीणों ने बताया की मृतक की उम्र लगभग 45-50 वर्ष के आसपास है. मृतक हाफ पैंट व गंजी पहना हुआ था. वह आसपास गांव का भी नहीं है.

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वह कहां से यहां आया तथा उसकी मौत कैसे हुई वह पता नहीं चल पाया है. ग्रामीण 8 मई को उक्त व्यक्ति का शव पुलिया के नीचे पडा़ देख इसकी सूचना छोटानागरा पुलिस को दी थी. इसके बाद कल शाम को पुलिस ने शव घटनास्थल से उठा आज सुबह चाईबासा भेजा है.

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नोवामुंडी : यह लड़ाई जल, जंगल, जमीन व लोकतंत्र की है : जोबा मांझी

Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : यह लड़ाई जल जंगल जमीन की है लोकतंत्र की है.यह लड़ाई सामाजिक सांस्कृतिक को बचाने के लिए है. यह जो लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए है. हम सभी जानते हैं यह मौलिक अधिकार के लिए लड़ाई है. यह बातें झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी जोबा मांझी ने बुधवार देर रात को गुवा दौर में आए अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर कहीं.उन्होंने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन की लड़ाई हम सभी को मिलकर लड़ना होगा. यह लड़ाई सिर्फ जोबा मांझी का नहीं है. यह लड़ाई गठबंधन की नहीं है.

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यह लड़ाई अपने हक की लड़ाई है. अपने पारंपरिक व्यवस्था को बचाना है. आप लोगों से अपील करते हैं कि यह जो चुनाव है, यह जो लड़ाई है महा गठबंधन की लड़ाई है. 2019 में राज्य की सरकार बनी थी, राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री राज्यहित के लिए उन्होंने बहुत सारे ऐसे कार्य-योजना बनाया.और इस कार्य-योजना को एक-एक जरूरतमंद एक एक ऐसे लोगों के लिए बनाया था जिसको षड्यंत्र के तहत आज इनके कार्य को देखा और उसी का शिकार हुआ. तानाशाही के तहत हमारे नेता को जेल के अंदर डाला है. आज हम अपने मान सम्मान को बचाने के लिए आगामी 13 मई को महागठबंधन की तीर धनुष छाप पर मोहर लगाकर महा गठबंधन के प्रत्याशी जोबा मांझी को जीत दिलाए.इस कार्यक्रम का दिशा निर्देशन झामुमो नेता तबारक खान एवं वृंदावन गोप की देखरेख में की गई.

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कार्यक्रम से पूर्व झामुमो प्रत्याशी जोबा मांझी का स्वागत हिरजीहाटिंग मैं महिलाओं ने की. उसके बाद यह विशाल रैली पैदल मार्च करते हुए गुवा बाजार पहुंचे जहां झामुमो नेता तबारक खान एवं उसके समर्थकों ने माला पहनाकर स्वागत किया. उसके बाद झामुमो प्रत्याशी जोबा मांझी ने रामनगर स्थित राम मंदिर के प्रांगण में राम लक्ष्मण एवं सीता तथा बजरंगबली का आशीर्वाद लिया.ताकि इस लोस चुनाव में जीत हासिल कर सके.इस मौके पर रिमू बहादुर, गोवर्धन चौरसिया, कपिलेश्वर दोंगो सहित विभिन्न गांव के मुंडा मानकी एवं काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.

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किरीबुरु : खेती के क्षेत्र में किसानों को आगे बढ़ाने में जुटे अमर सिंह सिद्धू

Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा के प्रसिद्ध किसान अमर सिंह सिद्धू चिडि़या पंचायत की विभिन्न गांवों की महिलाओं, बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु निःशुल्क मशरुम की खेती का दो दिवसीय प्रशिक्षण अपने स्तर से आगामी 16-17 मई को बिनुआ के ग्राम प्रधान के घर पर दिलाने वाले हैं. अमर सिंह सिद्धू ने बताया की सारंडा से काफी संख्या में पुरुष व महिलाओं का पलायन रोजगार हेतु अन्य प्रदेशों में निरंतर जारी है. जिस घर के पुरुष रोजगार हेतु बाहर चले गये हैं, उनकी पत्नियां व बेटियां घर पर अकेली रह आर्थिक समस्या से जूझते रहती है.

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खाने के लिये सरकारी चावल तो मिल जाता है लेकिन अन्य जरूरतों को पूरा करने हेतु उनके पास पैसे नहीं होते हैं. इसी के मद्देनजर वह उक्त गांव क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु यह प्रशिक्षण दिलायेंगे. उनके द्वारा उत्पादित मशरुम को वह स्वंय खरीद बाजार भी उपलब्ध करायेंगे.

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उन्होंने कहा कि इससे पहले वह पंचायत के दर्जनों किसानों को जमीन के उपर की खेती अर्थात लेमन ग्रास, ड्रैगन फ्रुट, बागवानी आदि का खेती कराते आ रहे हैं. लेकिन अब जमीन के अंदर की खेती जैसे अदरक, हल्दी, ओल आदि की खेती प्रारम्भ कराने जा रहे हैं. इसके लिये 19 परिवारों को वाह स्वंय के खर्च से बीज उपलब्ध कराये है. जून, जुलाई महीने में इस फसल को किसान अपने-अपने खेतों में लगायेंगे. उक्त फसल की खेती हेतु बीज वह करंजिया वनवासी कल्याण केन्द्र से मंगाये हैं. अमर सिद्धू ने बताया की उनका प्रयास है कि सैकड़ों किसान कृषि के जरिये आत्मनिर्भर बने.

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उन्होंने कहा कि यह सरकार आज तक चिड़िया पंचायत का चेकडैम व सिचाई योजना को वर्षों बाद भी पूर्ण नहीं कर सकी है. अगर यह योजना पूर्ण हुई होती तो सालों भर किसान के खेतों में पानी मिलता जिससे किसान खेती के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाते. अमर सिद्धू स्वंय बडे़ स्तर पर लेमन ग्रास, ड्रैगन फ्रुट आदि की खेती करते आ रहे हैं. वह जैविक खाद का उत्पादन के साथ साथ लेमन ग्रास का प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाये हुये हैं, जिसका तेल निकाल बाहर बेचते हैं.

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