चाईबासा : 33 साल के बाद सिंहभूम में झारखंड मुक्ति मोर्चा की वापसी
जोबा मांझी ऐतिहासिक मत से जीत कर बनीं सांसद झारखंड मुक्ति मोर्चा की जीत के बाद इंडिया गठबंधन का बढ़ा मनोबल, संगठन में हुई मजबूती Chaibasa (Sukesh kumar) : 1991 के बाद सिंहभूम में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की वापसी हुई है. 33 साल के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सिंहभूम सीट पर जीत हासिल की. […]
- जोबा मांझी ऐतिहासिक मत से जीत कर बनीं सांसद
- झारखंड मुक्ति मोर्चा की जीत के बाद इंडिया गठबंधन का बढ़ा मनोबल, संगठन में हुई मजबूती
Chaibasa (Sukesh kumar) : 1991 के बाद सिंहभूम में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की वापसी हुई है. 33 साल के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सिंहभूम सीट पर जीत हासिल की. 1991 में तत्कालीन सांसद कृष्णा मार्डी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था और संसद पहुंचे थे. उसके बाद से झारखंड मुक्ति मोर्चा सिंहभूम में तीर धनुष का झंडा नहीं लहरा पाया था. अब 33 साल बाद सिंहभूम में झामुमो का सांसद बनने से कार्यकर्ताओं में जश्न है. मंगलवार को महिला कॉलेज चाईबासा में मतगणना कार्य संपन्न हो गया. इसमें ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी जोबा माझी ने 520164 मत हासिल कर अपने प्रतिद्वंद्वी एनडीए के भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी गीता कोड़ा को 168402 मतों से पराजित किया. जोबा मांझी ने कुल 520164 मत हासिल किया. जबकि गीता कोड़ा ने कुल 351762 मत हासिल किये. निर्दलीय प्रत्याशी दामोदर सिंह हांसदा तीसरे नंबर पर रहे.
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पहले राउंड से ही जोबा मांझी जी की रही बढ़त
महिला कॉलेज चाईबासा के स्ट्रांग रूम में सुबह 8 बजे से ही मतगणना आरंभ हो गया. पहले राउंड से ही जोबा माझी ने अपनी बढ़त बना ली जो अंतिम राउंड तक रही. तीसरा राउंड होते-होते 50000 से अधिक का अंतर जोबा मांझी ने बना ली थी. इधर, पोस्ट ऑफिस चौक पर जैसे ही बढ़त बनाना शुरू किया तब से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी के साथ नाच-गान करना शुरू कर दिया.
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इंडिया गठबंधन की जीत : जोबा मांझी
झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रत्याशी जोबा मांझी ने जीत की घोषणा होने के पश्चात कहा कि यह जीत सिर्फ झारखंड मुक्ति मोर्चा की नहीं है. इंडिया की जीत है. सिंहभूम की जनता का विश्वास अब खत्म होने नहीं दिया जाएगा. जिस तरह से अपना मत का प्रयोग कर जीत दिलाया है. इसी तरह से अब जनता का विश्वास बनाए रखा जाएगा. जनता की समस्याओं को केंद्र में उठाया जायेगा. उन्होंने सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए बधाई दी.
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मेरे ऊपर जानलेवा हमला और प्रचार नहीं करने देना हार का कारण : गीता
सिंहभूम की वर्तमान सांसद गीता ने हार स्वीकार करते हुए मतदाताओं का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हार जीत होती है. इससे हमलोगों का मनोबल नहीं घटा है. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया गया और प्रचार नहीं करने दिया गया. इसके कारण हमारी हार हुई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन व यहां के मंत्री ने प्रचार करने नहीं देने का प्रयास किया. भारतीय जनता पार्टी का कैंपेन सही से नहीं हुआ. इसके कारण हम लोगों की स्थिति खराब हुई. हालांकि भारतीय जनता पार्टी को ग्रामीण क्षेत्र में भी मतदान मिला है. जहां पिछले चुनाव में मतदान नहीं मिला था, इस बार वहां भी मत प्राप्त हुआ. इस हार का भारतीय जनता पार्टी समीक्षा करेगी. विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से लग गए हैं. गीता कोड़ा ने कहा कि नरेंद्र मोदी अपना गोल सेट करके यह चुनाव लड़ा था और तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहा है. भले यहां की सीट पर जीत नहीं हुई है, लेकिन इंडिया को पूर्ण बहुमत प्राप्त है. इसके कारण हमारी सरकार केंद्र में बनेगी.
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