राजमहल : झामुमो से निष्कासित निर्दलीय प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम ने कहा, विजय हांसदा झारखंडी है ही नहीं…मैं गुरुजी के दिल में हूं…
विजय हांसदा मंच पर क्यों नहीं आ रहे हैं, मुंह छिपाते क्यों फिर रहे हैं चुनाव में जेल का ताला टूटेगा, झारखंड झुकेगा नहीं..कहने की क्या जरूरत है Ranchi/Dumka : झामुमो से छह वर्ष के लिए निष्कासित राजमहल से निर्दलीय प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम ने कहा कि कोई हमें वोट कटवा तो कोई पॉकेटमार कह रहा […]
विजय हांसदा मंच पर क्यों नहीं आ रहे हैं, मुंह छिपाते क्यों फिर रहे हैं
चुनाव में जेल का ताला टूटेगा, झारखंड झुकेगा नहीं..कहने की क्या जरूरत है
Ranchi/Dumka : झामुमो से छह वर्ष के लिए निष्कासित राजमहल से निर्दलीय प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम ने कहा कि कोई हमें वोट कटवा तो कोई पॉकेटमार कह रहा है. मगर मैं न तो वोटकटवा हूं और न ही पॉकेटमार. हम जी-हुजूरी करने वाले नेता नहीं हैं. हां में हां और ना में ना मिलाने वाले नेता भी नहीं हैं. हां ठीक है कि अब मैं झामुमो में नहीं हूं, मुझे निकाल दिया गया है, मगर मैं गुरुजी के दिल में तो हूं ही. उक्त बातें लोबिन ने एक मीडिया से बातचीत में कही.
1995 में मुझे टिकट नहीं दिया गया, मैं निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीता
लोबिन हेंब्रम ने कहा कि विजय हांसदा तो झारखंडी है ही नहीं. मैंने कोई माहौल नहीं बनाया चुनाव लड़ने के लिए. मैंने तो सदन से लेकर सड़क तक बस यही कहा कि आपलोगों ने क्या-क्या वादा किया था. क्या वादा निभाया. जो वादा किया है निभाना पड़ेगा. क्या यह कहना गुनाह है क्या. मेरे सामने क्यों नहीं आ रहा है विजय हांसदा. वह कहीं नजर नहीं आ रहा है. कल्पना सोरेन अभी आ रही हैं, तो वे मंच पर क्यों नहीं आ रहे हैं. क्यों भागे-भागे फिर रहे हैं. हमने तो दिखा दिया है कि मैं गुरुजी का शिष्य हूं. 1995 में मुझे टिकट नहीं दिया गया. मैं निर्दलीय चुनाव लड़ा और साढ़े दस हजार वोट से चुनाव जीता. गुरुजी ने मुझे आशीर्वाद दे दिया.
लोबिन ने कहा कि चुनाव के समय जेल का ताला टूटेगा… कहने की क्या जरूरत है. विजय हांसदा क्यों मंच पर नहीं आ रहे हैं. झारखंड तो उसी दिन झुक गया जिस दिन झारखंड के सारे विधायकों को लेकर बाहर चले गये. इसलिए झारखंड झुकेगा नहीं, यह कहने की क्या जरूरत है. चार जून को रिजल्ट ही बता देगा कि कौन जीत रहा है.
What's Your Reaction?