किरीबुरु : ईको टूरिज्म के रुप में घाघरथी झरना को विकसित करने का कार्य शुरू
सारंडा के सैकड़ों मजदूर काम पर लगाये गये Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा का ऐतिहासिक घाघरथी झरना का सौन्दर्यीकरण एवं इको टूरिज्म के रुप में विकसित करने का कार्य सारंडा के डीएफओ अभिरुप सिन्हा के नेतृत्व में युद्ध स्तर पर प्रारम्भ कर दिया गया. उल्लेखनीय है कि घाघरथी झरना सेल की किरीबुरु खदान के लीज […]
- सारंडा के सैकड़ों मजदूर काम पर लगाये गये
Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा का ऐतिहासिक घाघरथी झरना का सौन्दर्यीकरण एवं इको टूरिज्म के रुप में विकसित करने का कार्य सारंडा के डीएफओ अभिरुप सिन्हा के नेतृत्व में युद्ध स्तर पर प्रारम्भ कर दिया गया. उल्लेखनीय है कि घाघरथी झरना सेल की किरीबुरु खदान के लीज क्षेत्र स्थित घने जंगल में है. वन विभाग ने कुछ वन भूमि को सेल से वापस लेकर ईको टूरिज्म के रुप में विकास कर रही है. सारंडा की ऊंची पहाड़ियों से सीढी नुमा चैनल की तरह इस झरना का स्वच्छ व निर्मल पानी नीचे उतरता है. इस झरना के नीचे चेकडैम व पम्प हाउस बनाकर पानी का इस्तेमाल पेयजल व अन्य कार्य हेतु सेल प्रबंधन के अलावे सारंडा के ग्रामीण करते है. यहां हर वर्ष काफी संख्या में पर्यटक आते हैं एवं परिवार के साथ पीकनीक मनाते हुये मस्ती करते हैं.
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पर्यटकों का बढा़वा एवं ग्रामीणों को रोजगार हेतु वन विभाग ने इस घाघरथी झरना को ईको टूरिज्म के रुप में विकसित करना प्रारम्भ किया है. झरना के बगल में पर्यटकों के ठहरने हेतु दो कौटेज, वाटर फौल तक जाने हेतु ब्रीज, सीढी़ आदि का निर्माण कराया जा रहा है. इस कार्य में सारंडा के कलैता, मिर्चीगडा़, बंकर, काटोगडा़, किरीबुरु, जुम्बईबुरु आदि गांवों के सैकड़ों महिला व पुरुष मजदूरों को काम पर लगाया गया है. नीचे से उपर पहाड़ी पर मैटेरियल पहुंचाना आसान नहीं है. ऐसे में इन मजदूरों को पांच – पांच मीटर की दूरी पर खडा़ कर मैटेरियल को एक-दूसरे के सहारे चैनल में उपर भेज निर्माण कार्य किया जा रहा है. यह कार्य काफी कठीन है लेकिन सारंडा के मजदूरों ने आसान बना दिया है.
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ऐसे विकास कार्यों से सारंडा के बेरोजगारों को रोजगार भी मिल रहा है. घाघरथी झरना का विकास व सौन्दर्यीकरण से पर्यटकों की भारी भीड़ उमडे़गी जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार एवं दुकानदारों, होटल आदि का कारोबार भी बढे़गा. लोगों का कहना है कि अन्य झरने व खूबसूरत स्थानों का ऐसे ही विकास होता रहे तो पर्यटकों का भीड़ सारंडा में आयेगा जिससे लोगों का रोजगार बढे़गा और पलायन रूकेगा.
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चक्रधरपुर : लोको कॉलोनी स्थित शीतला मंदिर में राटा पूजा आयोजित
- 24 से शुरु होगा पांच दिवसीय अनुष्ठान
Chakradharpur (Shambhu Kumar) : चक्रधरपुर रेलवे क्षेत्र के लोको कॉलोनी स्थित माता शीतला मंदिर में आगामी 24 मई से पांच दिवसीय अनुष्ठान प्रारंभ होगा. इसे लेकर शनिवार को शीतला मंदिर में राटा पूजा का आयोजन किया गया. जहां विधिवत तरीके से श्रद्धालुओं ने राटा पूजा में शामिल माता शीतला का अह्वान कर क्षेत्र के सुख-समृद्धि की कामना की. इस मौके पर पुजारी पार्थ सारथी ने मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना किया.
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पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद बांटे गये. इस मौके पर आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि इस वर्ष 24 मई से लेकर 28 मई तक माता पूजा की जाएगी.इसे लेकर समिति द्वारा तैयारियां की जा रही है.बताया कि यहां वर्षों से प्रत्येक वर्ष माता शीतला की पूजा होते आ रही है.वर्तमान में पूजा समिति के संरक्षक विधायक सुखराम उरांव हैं.जबकि अध्यक्ष एस कामराज, उपाध्यक्ष एम कुमारी, सचिव श्याम यादव, कोषाध्यक्ष जी भास्कर राव है.
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हल्दी से माता शीतला की प्रतिमा का होता है निर्माण
चक्रधरपुर के लोको कॉलोनी में वर्षों से होते आ रही है शीतला मंदिर में माता पूजा के दौरान हल्दी से माता की प्रतिमा का निर्माण कराया जाता है. जहां पांच दिनों तक माता के अलग-अलग रुपों की पूजा अर्चना की जाती है.पूजा के पहले दिन चक्रधरपुर के पंचमोड़ स्थित बालाजी मंदिर के पीछे स्थित तालाब के समीप हल्दी से माता की प्रतिमा का निर्माण किया जाता है. इसके बाद हल्दी से बनी माता की प्रतिमा को श्रद्धालु सिर पर लेकर घट यात्रा निकालते हैं.
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जहां जगह-जगह महिला-पुरूष श्रद्धालु माता की अगुवाई नीम पत्तों से करते हैं.समिति के सदस्यों ने बताया कि यहां वर्ष 1942 से पूजा अर्चना हो रही है.पांच दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं माता के दर्शन के लिए पहुंचते है. विसर्जन के दौरान भी श्रद्धालु माता की प्रतिमा को सिर पर लेकर पैदल चलते हुये बालाजी मंदिर के समीप तालाब स्थित पहुंचते हैं.जहां पूरे रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती हैं.
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चाईबासा : रांची हाई कोर्ट के न्यायाधीश दीपक रोशन पहुंचे शहर
Chaibasa (Sukesh Kumar) : चाईबासा कोर्ट में रांची हाई कोर्ट के न्यायाधीश दीपक रोशन शनिवार को पहुंचे. इस दौरान चाईबासा कोर्ट का निरीक्षण किया. मौके अधिवक्ताओं ने उन्हें पुष्प कुछ देकर स्वागत कर मुलाकात किया. मौके पर अधिवक्ताओं ने न्यायाधीश के साथ जिला बार के समस्याओं को लेकर विचार विमर्श किया गया.
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इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद, महासचिव अगस्टिन कुल्लू, उपाध्यक्ष केसर परबेज, पूर्व महासचिव आशीष कुमार सिन्हा, संयुक्त सचिव विमल विश्वकर्मा, सरकारी अधिवक्ता पवन शर्मा, कोषाध्यक्ष दुर्योधन गोप, अमर बक्शी, सुरेंद्र प्रसाद, सत्यव्रत ज्योतिषी, संयोगिता बिरुआ, रंजीत सोलंकी, नीली बिरूआ के आलावा और भी अधिवक्ता मौजूद रहे.
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चाईबासा : बिरसा मुंडा ताइक्वांडो अकादमी का विशेष समर कैंप 20 से
Chaibasa (Sukesh kumar) : बिरसा मुंडा ताइक्वांडो अकादमी द्वारा 16वाँ समर कैंप 2024 का आयोजन 20 मई से 05 जून 2024 तक आयोजित किया जाएगा. उक्त बातें अकादमी के मुख्य कोच विजय प्रताप ने दी. उन्होंने बताया कि हर साल की भांति इस वर्ष भी सेल्फ डिफेंस,योगा सेशन के साथ-साथ क्रॉस फिट एंड एरोबिक बिल्डिंग कांफिडेंस,वेल विहिंग एंड स्ट्रेस रिलीफ,सेफ इंवायरन्मेंट फोर ऑल आदि की क्लास होगी. इसमें नए पुराने सभी बच्चों को गाइड किया जाएगा. प्रताप ने बताया कि हमारा प्रयास है कि हम इस गर्मी छुट्टी का सदुपयोग करें.
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उन्होंने कहा कि बच्चों को सेल्फ डिफेंस के साथ-साथ वह ज्ञान दें, जिससे उनकी शारीरिक क्षमता बढ़ती रहे. इसके लिए आवश्यक है कि इस तरह के कैंप में जरूर आएं. उन्होंने बताया कि यह कैंप बिरसा मुंडा इनडोर स्टेडियम चाईबासा में ही चलेगा. इसके लिए निर्धारित है समय सुबह 6 बजे से 8 बजे तक एवं संध्या 5.30 से 7 तक है. इसके लिए सहायक कोच भोलू रजक से भी सम्पर्क किया जा सकता है.
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