बड़ी खबर : रांची के कोकर और पिस्का मोड़ में ईडी ने की छापेमारी

Ranchi : राजधानी रांची में एक बार फिर से ईडी ने दबिश दी है. बुधवार की देर शाम ईडी की टीम राजधानी रांची में दो ठिकाने पर छापेमारी की. ईडी की टीम ने कोकर के अयोध्यापुरी रोड नंबर-1 में बुधवार को निजी बैंक के अधिकारी सौरभ कुमार के घर पर छापेमारी की. वहीं दूसरी तरफ […]

May 30, 2024 - 05:30
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बड़ी खबर : रांची के कोकर और पिस्का मोड़ में ईडी ने की छापेमारी
बड़ी खबर : रांची के कोकर और पिस्का मोड़ में ईडी की छापेमारी

Ranchi : राजधानी रांची में एक बार फिर से ईडी ने दबिश दी है. बुधवार की देर शाम ईडी की टीम राजधानी रांची में दो ठिकाने पर छापेमारी की. ईडी की टीम ने कोकर के अयोध्यापुरी रोड नंबर-1 में बुधवार को निजी बैंक के अधिकारी सौरभ कुमार के घर पर छापेमारी की. वहीं दूसरी तरफ रातु रोड के पिस्का मोड़ स्थित तेल मिल गली में डेंटिस्ट रवि कुमार ठाकुर के यहां भी ईडी ने छापेमारी की. दोनों जगहों पर ईडी की टीम ने 3-4 छापेमारी की, फिर निकल गयी. यहां बता दें कि आलमगीर आलम और आईएएस मनीष रंजन से जुड़े मामले को लेकर यह छापेमारी की गयी.
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आईएएस अधिकारी मनीष रंजन से जुड़ा है मामला

ईडी की छापेमारी को लेकर बताया जा रहा है कि इसका कनेक्शन झारखंड के पूर्व ग्रामीण विकास विभाग के सचिव मनीष रंजन से जुड़ा है. वे फिलहाल ईडी का सामना कर रहे हैं. 28 मई को ईडी के अफसरों ने उनसे पूछताछ की थी. इसमें उन्होंने खुद को ईमानदार अफसर बताया. ईडी ने ग्रामीण विकास विभाग के टेंडर में कमीशनखोरी व मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें समन भेजा था और क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा था. पहले समन पर वे उपस्थित नहीं हुए थे और कर्मचारी से चिट्ठी भेजकर समय की मांग की थी. इसके बाद दूसरे समन पर वे ईडी ऑफिस में पूछताछ के लिए हाजिर हुए थे.

ईडी की गिरफ्त में हैं मंत्री आलमगीर आलम, पीएस व सहायक

झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम विभागीय टेंडर में कमीशनखोरी व मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की गिरफ्त में हैं. रिमांड पर लेकर ईडी के अधिकारी उनसे लगातार पूछताछ कर रहे हैं. ईडी ने इन्हें भी समन भेजा था और पूछताछ के दूसरे दिन 15 मई को इन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले इनके पीएस संजीव कुमार लाल व सहायक जहांगीर आलम को ईडी ने दबोचा था. इनके यहां से नोटों के पहाड़ मिले थे. सहायक जहांगीर के ठिकाने से 32 करोड़ रुपए मिले थे. पैसे गिनते-गिनते मशीनें हाफने लगी थीं. इससे जुड़े अन्य ठिकानों से ईडी ने करीब 37 करोड़ रुपए बरामद किए हैं.

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