श्री राम मंदिर की पहली वर्षगांठ पर रांची के मंदिरों में हुई पूजा
Ranchi: आयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है. इस खुशी में ऱांची के मंदिरों में लोगों की भीड़ देखी गई. मंदिर को लाल गुलाब, सफेल, गुलाबी समेत विभिन्न ऱंगों के फूलों से श्रंगार किया गया. शनिवार को रांची के मंदिरों में नेम निष्ठा से अनुष्ठान कर पूजा अर्चना की […]
Ranchi: आयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है. इस खुशी में ऱांची के मंदिरों में लोगों की भीड़ देखी गई. मंदिर को लाल गुलाब, सफेल, गुलाबी समेत विभिन्न ऱंगों के फूलों से श्रंगार किया गया. शनिवार को रांची के मंदिरों में नेम निष्ठा से अनुष्ठान कर पूजा अर्चना की गई. सुबह से शाम तक पहाड़ी मंदिर, तपोवन मंदिर, मधुकम राम मंदिर, मेनरोड हनुमान मंदिर, नागवंशी महाराज की प्राचीन राम मंदिर चुटिया, मेनरोड हनुमान मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भक्तों ने अपनी आस्था प्रकट किया. मन में शांति और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए आस्था की केंद्र बिंदु मंदिर में जल, लडडु, इलाईची दाना, नारियल, अगरबत्ती, फूल, माला और दीप जलाई गई. मंदिर के पुरोहितों ने भगवान को लड्डु, खिचड़ी, बुंदिया, बादाम के साथ मिश्री मिलाकर भगवान को अर्पित की. लोगों के बीच दिन भर प्रसाद वितरण होता रहा.
राधा कृष्णा मंदिर पुंदाग
राम लाला की प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे वर्षगांठ में रा़ची में पहली बार राम लला के साथ ही साथ राधा कृष्ण की पूजा-अर्चना की गई. मुख्य पुजारी अरविंद पांडेय ने सुबह 6 बजे मंदिर का पट खोला. दरवाजा खुलते ही भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी. कृष्ण प्रणामी सेवाधाम ट्रस्ट का उपाध्यक्ष राजु प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि सुबह से भगवान राधाकृष्ण के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी. 51किलो दूध का खीर बनाकर श्रद्दालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया.
राम मंदिर चुटिया
नागवंशी राजा द्वारा स्थापित प्राचीन राम मंदिर में भी स्थानीय राम भक्तोंं ने सुबह मंदिर का साफ सफाई किया. पूरे मंदिर परिसर को पानी से धोया गया. श्रदधालुओं को पूजा अर्चना में किसी प्रकार से विध्न न पहुंचे, इसके लिए हजारों दीप और घी का व्यवस्था किया गया. मंदिर के मुख्य गेट को गेंदा फूल और अशोक पेड़ के पत्तों से बने माला से गेट को सजाया गया. जैसे-जैसे सुरज का परवान और घड़ी का कांटा डाउन ह़ोता गया, वैसे-वैसे भक्ति भी श्रद्धालु में दिखती गई.
मेनरोड हनुमान मंदिर
मेनरोड हनुमान मंदिर में सुबह पांच बजे श्रधालुओं के लिए गेट खोल दिया गया. मुख्य पुजारी श्यामानंद पांडेय ने भगवान की आरती की. मंदिर में भजन कीर्तन के साथ आरती दिखाई गई. 501 दीप जलाया गया. दस किलो लड्डू वितरण किया गया. शाम चार बजे सुंदरकांड की पाठ की गई. जिसमें हनुमान अतुलित बल का स्वामी है. उनकी काया स्वर्ण पर्वत (सूमेरी पर्वत) के समान कांति युक्त है. राक्षसों के संहार, ज्ञानियों में श्रेष्ठ है एवं समस्त गुण वाले वानरों के स्वामी राम के प्रिय भक्त हैं. ऐसे वायु पुत्र को प्रणाम करना चाहिए.
कचहरी चौक
70 साल पुरानी संतोषी मंदिर में भी पूजा पाठ की गई. इस मंदिर के प्रथम पुजारी स्व राधेश्याम पांडेय थे. साल 2000 में इस मंदिर को भव्य बनाया गया. वर्तमान मंदिर के पुरोहित अनिल पांडेय ने बताया कि सुबह 8-12 सुंदर पाठ हुआ. शाम मे 501 दीप जलाई गई. भक्तों के बीच खीर हलवा और चना का प्रसाद वितरित किया गया. 201 किलो का खीर श्रद्दालओं के बीच बांटी गई. मौके पर विजय कुमार गुप्ता, राजेश कुमार चौबे, विजय कुमार, संजय ठाकुर, अनिल तिवारी मौजूद थे.
मधुकम राम लला मंदिर
मधुकम राम लला मंदिर के मुख्य पुजारी सुमन पाठक सबसे पहले पूजा अर्चना किये. मंदिर के सदस्यों के साथ सुंदर पाठ किया गया. शाम छह बजे आरती की गई. मंदिर संयोजक मनोज कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं के बीच मोती चूर्ण लड्डू, चना अमृत का प्रसाद वितरित किया. मौके पर मंटु गुप्ता, प्रकाश साव, रूपेश कुमार, अशोक सिन्हा औऱ महेश राम उपस्थित थे.
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