वरिष्ठ भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब ने प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ ली
NewDelhi : राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलायी. महताब ने हिंदी में पद की शपथ ली. इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, संसदीय कार्यमंत्री किरेन […]
NewDelhi : राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलायी. महताब ने हिंदी में पद की शपथ ली. इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, संसदीय कार्यमंत्री किरेन रीजीजू सहित अन्य नेताओं ने उन्हें बधाई दी.
BJP MP Bhartruhari Mahtab takes oath as pro-tem Speaker
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— ANI Digital (@ani_digital) June 24, 2024
प्रोटेम स्पीकर चुने जाने को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में विवाद
बीजेपी ने 7 बार से लगातार सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर चुना है. जबकि कांग्रेस ने आठ बार के सांसद के. सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाने की मांग की थी. लेकिन भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर चुना गया और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई. भर्तृहरि महताब के प्रोटेम स्पीकर चुने जाने से कांग्रेस नाराज है. उसका कहना है कि वरिष्ठता के आधार पर के. सुरेश को प्रोटेम स्पीकर चुना जाना चाहिए. इस पर बीजेपी का कहना है कि भर्तृहरि लगातार 7 बार से सांसद रहे हैं. जबकि के. सुरेश लगातार सांसद नहीं रहे हैं.
ओडिशा के पहले सीएम के बेटे हैं भर्तृहरि
भर्तृहरि महताब ओडिशा के पहले सीएम हरेकृष्ण महताब के बेटे हैं. उनका जन्म 8 सितंबर 1957 को हुआ है और अभी वो 66 साल के है. भर्तृहरि महताब ओडिशा के कटक से 1998 से लगातार 7 बार के सांसद हैं. वह लोकसभा चुनाव से पहले बीजेडी से बीजेपी में आये. महताब BJD के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं. इसके अलावा वह लोकसभा में पीठासीन अधिकारी रह चुके हैं. उन्हें 4 बार संसद रत्न अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है. साथ ही उनको बेस्ट सांसद का भी अवॉर्ड मिला है.
वरिष्ठता के आधार पर सत्ता पक्ष चुनती है प्रोटेम स्पीकर
प्रोटेम लैटिन शब्द प्रो टैंपोर से आया है. प्रोटेम मतलब होता है कि कुछ समय के लिए. प्रोटेम स्पीकर अस्थायी स्पीकर होता है. यह लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद सदन चलाते हैं. सत्ता पक्ष वरिष्ठता के आधार पर इसका चुनाव करते हैं. प्रोटेम स्पीकर का काम नये चुने सांसदों और विधायकों को शपथ दिलाना होता है. प्रोटेम स्पीकर का काम फ्लोर टेस्ट भी करवाना होता है. संविधान में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति का जिक्र नहीं है. संसदीय मामलों के मंत्रालय की नियमावली में जिक्र है.
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