वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा, आधुनिक युग का युद्ध सिर्फ लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं…
NewDelhi : वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा कि आधुनिक युग का युद्ध सिर्फ लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है बल्कि यह जटिल डेटा नेटवर्क और नयी साइबर प्रौद्योगिकियों से प्रभावित होने वाला तथा निरंतर बदलने वाला एक परिदृश्य है. यहां शनिवार को डुंडीगल स्थित वायुसेना अकादमी (एएफए) में 213 ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त […]
NewDelhi : वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा कि आधुनिक युग का युद्ध सिर्फ लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है बल्कि यह जटिल डेटा नेटवर्क और नयी साइबर प्रौद्योगिकियों से प्रभावित होने वाला तथा निरंतर बदलने वाला एक परिदृश्य है. यहां शनिवार को डुंडीगल स्थित वायुसेना अकादमी (एएफए) में 213 ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित करते हुए चौधरी ने यह बात कही. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | At the Combined Graduation Parade at the Air Force Academy, Dundigal, Air Force Chief Air Chief Marshal VR Chaudhari says, “…Tomorrow’s conflicts cannot be fought with yesterday’s mindset. Architects of new standards would always trump the followers of the old…” pic.twitter.com/aZlkF6xerP
— ANI (@ANI) June 15, 2024
#WATCH | Air display by IAF’s Suryakiran Aerobatic team during the Combined Graduation Parade being held at the Air Force Academy, Dundigal in Telangana pic.twitter.com/rsBNbIVsOP
— ANI (@ANI) June 15, 2024
#WATCH | Enthralling Sarang helicopter display during Combined Graduation Parade being held at the Air Force Academy, Dundigal in Telangana pic.twitter.com/KG6Iethgkm
— ANI (@ANI) June 15, 2024
आधुनिक युग का युद्ध गतिशील है
उन्होंने कहा कि भविष्य के संघर्षों को अतीत की मानसिकता के साथ नहीं लड़ा जा सकता. उन्होंने कहा, ‘आधुनिक युग का युद्ध गतिशील है और लगातार बदलने वाला परिदृश्य है. यह अब केवल लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है. यह जटिल डेटा नेटवर्क और उन्नत साइबर प्रौद्योगिकियों से तेजी से प्रभावित हो रहा है. अधिकारी के रूप में आप सभी को युद्ध जीतने में निर्णायक साबित होने के लिए यह जरूरी है कि आप प्रौद्योगिकी को प्रभावी ढंग से अपनायें, नवाचार करें और उसका लाभ उठायें.
मित्र देशों के अधिकारियों को विंग्स प्रदान किये गये
चौधरी ने कहा कि किसी अधिकारी में दक्षता, आक्रामकता और पहल करने जैसे तीन सबसे प्रशंसनीय गुण होते हैं और साथ ही ऐसे अधिकारियों की भी जरूरत है जो विचारक भी हों. उन्होंने कहा, जब आप इस असाधारण यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं तो ऐसे में भारतीय वायुसेना के मूल मूल्यों- अभियान, समग्रता और उत्कृष्टता को अपना मार्गदर्शक बनायें. समारोह में सफलतापूर्वक उड़ान प्रशिक्षण पूरा करने वाले फ्लाइट कैडेट्स, भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और मित्र देशों के अधिकारियों को विंग्स प्रदान किये गये.
wpse_comments_template]
What's Your Reaction?