Kiriburu : बारिश शुरू होते ही राजाबेड़ा गांव बना टापू

कब बनेगी राजाबेड़ा-जोजोगुटु गांव को जोड़ने वाली पुलिया! 14 जुलाई 2023 को ही किया गया था शिलान्यास काम शुरू होने के 15 दिनों बाद कर दिया बंद Kiriburu (Shailesh Singh) : बारिश के मौसम में राजाबेड़ा गांव टापू में तब्दील हो गया है. राजाबेड़ा गांव को जोजोगुटु गांव होते हुए पंचायत, प्रखंड व जिला मुख्यालय […]

Jul 15, 2024 - 17:30
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Kiriburu : बारिश शुरू होते ही राजाबेड़ा गांव बना टापू
  • कब बनेगी राजाबेड़ा-जोजोगुटु गांव को जोड़ने वाली पुलिया!
  • 14 जुलाई 2023 को ही किया गया था शिलान्यास
  • काम शुरू होने के 15 दिनों बाद कर दिया बंद

Kiriburu (Shailesh Singh) : बारिश के मौसम में राजाबेड़ा गांव टापू में तब्दील हो गया है. राजाबेड़ा गांव को जोजोगुटु गांव होते हुए पंचायत, प्रखंड व जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए पुल का निर्माण शुरू किया गया था. राजबेड़ा और जोजोगुटु गांव को जोड़ने के लिए पुल निर्माण का तत्कालीन सांसद गीता कोड़ा, विधायक सोनाराम सिंकु ने 14 जुलाई 2023 को शिलान्यास किया था. इसके साथ ही 400 मीटर पीसीसी सड़क का भी शिलान्यास किया गया था. पुल और सड़क की स्वीकृति गीता कोड़ा, विधायक सोनाराम सिंकु और जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन के संयुक्त प्रयास से डीएमएफटी फंड से मिली थी. ठेकेदार ने समय पर कार्य पूर्ण करने का भरोसा दिया था. निर्माण कार्य हेतु बालू, पत्थर आदि गिराकर मजदूरों से गड्ढा खुदाई का कार्य भी प्रारम्भ कराया. लेकिन लगभग 15 दिनों के बाद ही काम बंद हो गया.

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गड्ढा खोदने से ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ी

जोजोगुटु गांव के मुंडा कानुराम देवगम, राजाबेड़ा गांव के मुंडा जामदेव चाम्पिया ने बताया कि बरसात में नदी का पानी बढ़ने से राजाबेड़ा गांव का संपर्क अन्य गांवों व शहरों से पूरी तरह कट जाता है. गांव टापू बनकर रह जाता है. लेकिन आज तक सिर्फ गड्ढा खोदने के सिवाय कुछ भी कार्य नहीं किया गया. इससे ग्रामीणों को और परेशानी हो रही है. गड्ढा खोदने में लगे मजदूरों को ठेकेदार ने अब तक पैसा भी नहीं दिया है. काम की देखरेख करने वाले मुंशी सोमा चाम्पिया (राजाबेड़ा) समेत 35 मजदूरों ने वर्ष 2023 में कार्य प्रारम्भ होने के बाद लगभग 14 दिन काम किया. लेकिन किसी भी मजदूर को एक रुपया नहीं मिला. चौकीदारों को भी महीने भर काम करने के एवज में एक पैसा नहीं मिला. पूजा के लिये ग्रामीण अपना बकरा दिये थे, लेकिन उसका भी दो हजार रुपये नहीं दिया. पैसा मांगने पर ठेकेदार गाली देता है. सरकार पूरे मामले की जांच करा कर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करे तथा दूसरे ठेकेदार से इस कार्य को जल्द पूर्ण कराये.

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