आजसू के 38 साल : शनिवार को बलिदान दिवस के रूप में मनेगा स्थापना दिवस

Rehan Ahmed Ranchi : स्टूडेंट्स यूनियन अखिल भारतीय छात्र संघ (आजसू पार्टी ) की स्थापना 22 जून 1986 को की गई थी. आरंभिक काल में इसकी शुरूआत सूर्य सिंह बेसर,प्राभाकर तिर्की,मंगल सिंह बोबंगा, देवशरण भगत, ललित महतो, राजू महतो, दीपाक महतो जैसे लोग शामिल थे. पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने बताया कि जब इस […]

Jun 22, 2024 - 05:30
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आजसू के 38 साल : शनिवार को बलिदान दिवस के रूप में मनेगा स्थापना दिवस
रांची
Rehan Ahmed
Ranchiस्टूडेंट्स यूनियन अखिल भारतीय छात्र संघ (आजसू पार्टी ) की स्थापना 22 जून 1986 को की गई थी. आरंभिक काल में इसकी शुरूआत सूर्य सिंह बेसर,प्राभाकर तिर्की,मंगल सिंह बोबंगा, देवशरण भगत, ललित महतो, राजू महतो, दीपाक महतो जैसे लोग शामिल थे. पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने बताया कि जब इस पार्टी का गठन किया गया, तब एक ही मकसद था झारखंड अलग राज्य का सपना साकार करना. हमारे संगठन में अधिवक्ता, शिक्षक और छात्रों की बड़ी तादात थी. सभी अपनी एकता और सूझ बूझ के बल पर अपने झारखंड को अधिकार दिलाने में लगे हुए थे.

सुदेश महतो ने वाजपेयी के सामने रखी थी मांग

आजसू सुप्रिमो सुदेश कुमार महतो स्कूल काल से ही छात्र संघ में शामिल होकर आंदोलन में अपनी तिव्रता दिखाने लगे थे. उन्होंने 1999 में चुनाव लड़ा और जीते, उसके बाद सारे प्रमुख लोगों ने केंद्र के सामने अपने झारखंड को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग रखी. फिर अटल बिहारी वाजपेयी जी झारखंड की धरती पर चुनाव के समय आये, उनसे वर्तमान आजसू सुप्रिमो सुदेश महतो ने झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने की अपनी बात रखी. अटलजी ने भी इसे गौर करते हुए झारखंड अलग राज्य की मांग को पूरा कराने की बात कही.फिर 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग राज्य का सपना साकार हुआ.

झारखंड को विकसित राज्य बनाएंगे : देवशरण

देवशरण भगत ने कहा कि पार्टी गठन के 38 वर्ष हो गए हैं और राज्य गठन के करीब 24 वर्ष किंतु राज्य का जिस तरह विकास होना चाहिए, वह नहीं हुआ है, यहां के जंगल, पहाड़, खेत, खलियाना का अस्तित्व सिमटता जा रहा है. यही वजह है कि पर्यावरण पर खतरा मंडराने लगा है. इसके लिये अजसू पार्टी और जंगल, पहाड़, खेल खलियान को बचा कर विकससित झारखंड राज्य स्थािपत करने का प्रयास करेगी.

आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जायेगा

केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा कि 22 जून शनिवार को आजसू के स्थापना दिवस पर राज्य के 81 विधानसभाओं में युवाओं को समर्पित बलिदान दिवस के रुप में स्थापना दिवस मनाया जायेगा. इस अवसर पर झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जायेगा. पर्यावरण के बचाव के उद्देश्य से लोगों के बीच पौधा वितरण किया जायेगा. सा्थ ही पार्टी की नीति सिद्धातों से युवाओं को जागरुक किया जायेगा.

अलग राज्य आंदोलन में इनका भी योगदान

अधिवक्ता नसर इमाम 1988 में आजसू पार्टी से जुड़े, फिर उन्हें वार्ड 14 का अध्यक्ष मनोनित किया गया. उस समय नसर इमाम स्कूली शिक्षा पूरी कर रहे थे, प्रभाकर तिर्की, देवशरण भगत, सुदेश महतो, ललित महतो, राजू महतो, बिमल कच्छप, सूर्य सिंह बेसरा, चिंतामणि महतो, मुमताज खां, मो फैजी, मो जुबैर, दिपक महतो जैसे जुझारु नेताओं के साथ आंदोलन किया. उन्हें 1994 में आजसू का नगर अध्यक्ष बनाया गया. इस तरह 2000 में अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में सभी साथियों ने मुख्य भूमिका अदा की. 2010 में वे आजसू पार्टी से अलग हो गये. अधिव्कता बनने के बाद नसर इमाम हाई कोर्ट, सिविल कोर्ट में वकालत कर रहे हैं और सामजिक कार्य में भी हिस्सा लेते हैं.

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