एनआईए ने आतंकी तहव्वुर राणा से 3 घंटे तक की पूछताछ, बीमार होने के बहाने से सवालों को टालता रहा
NewDelhi : 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को कोर्ट से रिमांड में लेकर आज शुक्रवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पूछताछ की. खबर है कि तहव्वुर राणा से एनआईए सिर्फ तीन घंटों तक ही पूछताछ कर पायी. सूत्रों के अनुसार राणा ने एनआईए अधिकारियों को सहयोग नहीं किया. We extradited Tahawwur […]

NewDelhi : 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को कोर्ट से रिमांड में लेकर आज शुक्रवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पूछताछ की. खबर है कि तहव्वुर राणा से एनआईए सिर्फ तीन घंटों तक ही पूछताछ कर पायी. सूत्रों के अनुसार राणा ने एनआईए अधिकारियों को सहयोग नहीं किया.
We extradited Tahawwur Hussain Rana to India to face charges for his role in planning the horrific 2008 Mumbai terrorist attacks. Together, with India, we’ve long sought justice for the 166 people, including 6 Americans, who lost their lives in these attacks. I’m glad that day…
— Secretary Marco Rubio (@SecRubio) April 11, 2025
एजेंसी के अधिकतर सवालों को जवाब नहीं पता या याद नहीं.. कहकर दिया. एनआईए अधिकारियों को तहव्वुर के जवाब कहीं से भी संतोषजनक नहीं लगे. जानकारी के अनुसार पूछताछ के क्रम में तहव्वुर राणा से उसके परिवार और उसके दोस्तों से जुड़े सवाल भी पूछे गये, लेकिन बार-बार बीमारी का हवाला देकर उसने पूछताछ से बचने की कोशिश की.
बता दें कि मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को गुरुवार को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया. उसे दिल्ली में एनआईए कोर्ट में पेश किया गया. जहां एनआईए ने 20 दिनों की रिमांड मांगी. एनआईए ने कोर्ट में दलील दी कि उनके पास कुछ महत्वपूर्ण ईमेल और डिजिटल सबूत हैं,
इसकी पुष्टि के लिए राणा को हिरासत में पूछताछ करने की जरूरत है. सुनवाई के अदालत ने उसे 18 दिनों की एनआईए हिरासत में भेज दिया. राणा को दिल्ली स्थित एनआईए मुख्यालय के सीजीओ कॉम्प्लेक्स की एक हाई-सिक्योरिटी सेल में रखा गया है.
इस विशेष सेल में चौबीसों घंटे निगरानी रखी जाती है. सुरक्षा के लिहाज से यहां SWAT टीम, दिल्ली पुलिस और अन्य केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है.
तहव्वुर राणा के संदर्भ में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि उसे भारत में प्रत्यर्पित किया गया है, ताकि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों की योजना में उसकी भूमिका के लिए आरोप तय किये जा सके. इन हमलों में 166 लोगों की जान गयी थी. मरनेवालों में छह अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे.
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