चक्रवाती तूफान रेमल रविवार को पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश, ओडिशा के समुद्र तट से टकरायेगा ! भारी बारिश का अनुमान
Kolkata : देश के एक बड़े हिस्से में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. जबकि केरल में भारी बारिश हो रही है. इस बीच, बंगाल की खाड़ी में सीजन का पहला चक्रवाती तूफान भी उठा है. इसे रेमल नाम दिया गया है. इसका सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल पर पड़ेगा. मौसम विभाग ने बंगाल […]
Kolkata : देश के एक बड़े हिस्से में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. जबकि केरल में भारी बारिश हो रही है. इस बीच, बंगाल की खाड़ी में सीजन का पहला चक्रवाती तूफान भी उठा है. इसे रेमल नाम दिया गया है. इसका सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल पर पड़ेगा. मौसम विभाग ने बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. भारतीय मौसम विभाग अनुसार, बंगाल की खाड़ी में उठ रहा यह चक्रवाती तूफान 26 मई (रविवार) को एक गंभीर चक्रवात के रूप में पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश के तटों से टकरा सकता है.
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गांगेय पश्चिम बंगाल में 26 मई को अत्यंत भारी वर्षा (>204.4 मिलीमीटर) और 27 मई, 2024 को भारी से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिलीमीटर) होने की संभावना है।#rainfallalert #weatherupdate #rainnews@moesgoi@DDNewslive@ndmaindia@airnewsalerts pic.twitter.com/vlvBUQdytd
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Odisha is likely to get isolated heavy to very heavy rainfall (115.5-204.4 mm) on 26th May, 2024. #rainfallalert #weatherupdate #rainnews@moesgoi@DDNewslive@ndmaindia@airnewsalerts pic.twitter.com/W02CpXBzj0
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शनिवार को ही बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आठ सीटों पर मतदान होना है. आशंका है कि चक्रवाती तूफान रेमल के कारण मतदान में बाधा आ सकती है. मौसम विभाग ने तूफान को लेकर पूरे पश्चिम बंगाल में अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों से तटीय इलाकों में समुद्र के किनारे न जाने की सलाह दी गयी है.
25 मई को सौ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात के कारण 25 मई को पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से और बांग्लादेश में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है. मौसम विभाग ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. तूफान के 25 मई (शनिवार) को गहरे दबाव में और 26 मई को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है. आईएमडी ने कोलकाता, हावड़ा, नादिया, झाड़ग्राम, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
लैंडफॉल बांग्लादेश के सुंदरवन से लेकर ओडिशा के समुद्र तट पर हो सकता है
हालांकि मौसम विभाग ने अभी चक्रवात के लैंडफॉल से संबंधित कोई भी आधिकारिक रूप से जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई है. लेकिन दुनिया के विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मौसम शोध मॉड्यूल का दावा है कि रविवार को रेमल लैंडफॉल कर सकता है. दावा किया जा रहा है कि प्राथमिक रूप से यह तूफान बांग्लादेश में लैंडफॉल करता दिखाई दे रहा है, लेकिन यह कभी भी अपना रास्ता बदल सकता है. इसका लैंडफॉल बांग्लादेश के सुंदरवन से लेकर ओडिशा के समुद्र तट में से कहीं भी हो सकता है.
कोलकाता में मच सकती है भारी तबाही
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एससी राघवन का कहना है कि चक्रवाती तूफान का गठन पूरा होने के बाद ही इसकी लैंडफॉल की विस्तृत जानकारी मौसम विभाग दे सकेगा. चक्रवाती तूफान रेमल किस स्थान पर लैंडफॉल करेगा, इस बाबत सटीक जानकारी लैंडफॉल से करीब कुछ घंटे पहले ही मिलेगी. हालांकि कुछ मौसम विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यह तूफान भी चक्रवाती तूफान अम्फान के रास्ते पर ही
तूफान आगे बढ़कर कोलकाता में तबाही मचा सकता है. साल 2020 में चक्रवाती तूफान अम्फान का लैंडफॉल पश्चिम बंगाल के समुद्र तटीय शहर दीघा के पास दोपहर 2.30 बजे हुआ था. लैंडफॉल के समय इस चक्रवाती तूफान की रफ्तार लगभग 190 किमी प्रति घंटा थी और कोलकाता को भारी तबाही मचाकर यह चक्रवाती तूफान लगभग 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दोपहर में करीब तीन बजे गुजरा था.
मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 मई तक बंगाल की खाड़ी के समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. वैज्ञानिकों के अनुसार चक्रवाती तूफान तेजी से आगे बढ़ते हैं और यह लंबे समय सक्रिय रहते हैं. इसका कारण समुद्र की सतह का तापमान अधिक गर्म होना होता है.
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