चर्चित फिल्म निर्माता, लेखक, पत्रकार, पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रीतिश नंदी नहीं रहे..
प्रीतिश नंदी ने पद्म श्री (1977), कर्मवीर पुरस्कार (2008), अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी पुरस्कार (2012) सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये. उन्होंने अंग्रेजी में कविता की लगभग 40 पुस्तकें लिखीं Mumbai : चर्चित फिल्म निर्माता, लेखक, पत्रकार प्रीतिश नंदी का 73 साल की उम्र में निधन होने की खबर है. यह जानकारी उनके बेटे कुशन नंदी ने […]

प्रीतिश नंदी ने पद्म श्री (1977), कर्मवीर पुरस्कार (2008), अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी पुरस्कार (2012) सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये. उन्होंने अंग्रेजी में कविता की लगभग 40 पुस्तकें लिखीं
Mumbai : चर्चित फिल्म निर्माता, लेखक, पत्रकार प्रीतिश नंदी का 73 साल की उम्र में निधन होने की खबर है. यह जानकारी उनके बेटे कुशन नंदी ने दी है. उनका अंतिम संस्कार बुधवार शाम को मुंबई में किया गया.प्रीतिश नंदी महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य(शिवसेना) भी रहे थे. श्री नंदी सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा स्थापित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उन्नयन के लिए विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष रहे थे. उन्होंने 2011 में सूचना और प्रसारण मंत्रालय को अपने रिपोर्ट सौंपी थी.
Deeply deeply saddened and shocked to know about the demise of one of my dearest and closest friends #PritishNandy! Amazing poet, writer, filmmaker and a brave and unique editor/journalist! He was my support system and a great source of strength in my initial days in Mumbai. We… pic.twitter.com/QYshTlFNd2
— Anupam Kher (@AnupamPKher) January 8, 2025
1993 में प्रीतिश नंदी कम्युनिकेशंस की स्थापना की
साल 1993 में प्रीतिश नंदी ने प्रीतिश नंदी कम्युनिकेशंस की स्थापना की उनका पहला प्रोग्राम द प्रीतिश नंदी शो (चैट शो) था. इसे दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया था. जान लें कि भारतीय टीवी पर प्रसारित किया जाने वाला पहला सिग्नेचर शो था. इस क्रम में जी टीवी पर फिस्कल फिटनेस: द प्रीतिश नंदी बिजनेस शो का प्रसारण हुआ. यह भारत का पहला साप्ताहिक बिजनेस शो था.
फिल्मी करियर में कई यादगार फिल्मों का निर्माण किया
उन्होंने अपने फिल्मी करियर में कई यादगार फिल्मों का निर्माण किया. इसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले. प्रीतिश नंदी ने कुछ खट्टी कुछ मीठी, द मिस्टिक मस्सेर, सुर, कांटे, एक खिलाड़ी एक हसीना, अनकही, प्यार के साइड इफेक्ट्स, बो बैरक फॉरएवर, जस्ट मैरिड, अग्ली और पगली, मीराबाई नॉट आउट, धीमे धीमे, रात गई बात गयी?, क्लिक करें, मोटा!, शादी के साइड इफेक्ट्स, मस्तीज़ादे, झंकार बीट्स, मुंबई मैटिनी, चमेली, पॉपकॉर्न खाओ! मस्त हो जाओ, शब्द, हजारों ख्वाहिशें ऐसी, जैसी फिल्मे बनाई.
प्रीतिश नंदी ने पद्म श्री (1977), कर्मवीर पुरस्कार (2008), अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी पुरस्कार (2012) सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये. उन्होंने अंग्रेजी में कविता की लगभग 40 पुस्तकें लिखीं और बंगाली, उर्दू और पंजाबी की कविताओं का अंग्रेजी में अनुवाद किया.
प्रीतिश नंदी के निधन पर अनुपम खेर ने दुख जताया
अनुपम खेर ने एक्स पर पोस्ट किया, मेरे सबसे करीबी दोस्तों में से एक प्रीतिश नंदी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख और स्तब्ध हूं. वो अद्भुत कवि, लेखक, फिल्मकार और एक बहादुर और अद्वितीय संपादक/पत्रकार थे. वह मुंबई में मेरे शुरुआती दिनों में मेरी सपोर्ट सिस्टम और ताकत के महान स्रोत थे. हमने बहुत सारी चीजें साझा कीं हैं.
वह उन सबसे निडर लोगों में से एक थे जिनसे मैं मिला था
उन्होंने लिखा कि हमारे बीच बहुत सी चीजें समान थीं. वह उन सबसे निडर लोगों में से एक थे जिनसे मैं मिला था. मैंने उनसे बहुत सी चीजें सीखीं. एक समय था जब हम अविभाज्य थे! मैं कभी नहीं भूलूंगा, जब उन्होंने मुझे फिल्मफेयर और उससे भी महत्वपूर्ण #TheIllustratedWeelky के कवर पर रखकर मुझे चौंका दिया था. वह यारों का यार की सच्ची परिभाषा थे! मैं तुम्हें और हमारे साथ बिताये समय को याद करूंगा, मेरे दोस्त। अच्छी तरह आराम करो. अनुपम खेर के अलावा सुहेल सेठ, नील नितिन मुकेश, रणवीर शौरी , हंसल मेहता सहित फिल्म जगत की कई हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
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