जुर्म को अपना पेशा बना चुका था अमन साव 

Sanjeet Yadav  Medininagar: पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो चुके झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव ने अपराध की दुनिया में साल 2013 में एंट्री की थी. अमन ने पतरातू औद्योगिक क्षेत्र में बन रहे निर्माणाधीन बर्नपुर सीमेंट फैक्ट्री के गेट पर झारखंड जन मुक्ति संघर्ष मोर्चा के पोस्टर लगाकर फायरिंग कर लेवी की मांग की थी. उस […]

Mar 11, 2025 - 17:30
 0  1
जुर्म को अपना पेशा बना चुका था अमन साव 

Sanjeet Yadav 

Medininagarपुलिस एनकाउंटर में ढेर हो चुके झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव ने अपराध की दुनिया में साल 2013 में एंट्री की थी. अमन ने पतरातू औद्योगिक क्षेत्र में बन रहे निर्माणाधीन बर्नपुर सीमेंट फैक्ट्री के गेट पर झारखंड जन मुक्ति संघर्ष मोर्चा के पोस्टर लगाकर फायरिंग कर लेवी की मांग की थी. उस समय अमन बिरसा मार्केट क्षेत्र के पीटीपीएस एफ ओ क्वार्टर में रहता था. पहली बार पतरातू के थाना प्रभारी नित्यानंद महतो ने अमन साव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. लेकिन कोर्ट ने उसकी कम उम्र को देखते हुए उसे बाल सुधार गृह हजारीबाग भेज दिया था.

पतरातू के बिरसा मार्केट में मोबाइल दुकान भी खोली थी 

जेल से छूटने के बाद वह बिरसा मार्केट में मोबाइल दुकान खोलकर मोबाइल बेचने और रिचार्ज का काम करने लगा था. लेकिन तभी अपराधी सूरज सिंह (मृत) से उसकी मुलाकात हुई थी. अमन साव तब टीपीसी के संपर्क में आया और कुछ समय तक टीपीसी का एरिया कमांडर राजन जी (राजन की हत्या खलारी में कर दी गई थी) के संपर्क में रहा. एक समय ऐसा हुआ कि पलामू के कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा, सूरज सिंह, अमन साव सभी राजन, जिनके संपर्क के कारण हेनदेगीर स्थित तूतीबेड़ा जंगल में कुछ समय तक रहे, वहीं से रणनीति बनाकर मृत कुख्यात किशोर पांडे के पिता कामेश्वर पांडे की हत्या की साजिश रची.

उस समय हजारीबाग जेल में बंद सुशील श्रीवास्तव के लिए सूरज सिंह और अमन साव ने आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की शुरुआत कर दी थी. वहीं अमन पर अपराधियों के द्वारा बिरसा मार्केट में गोली चलाई गई थी. जिसका बदला लेते हुए पहली बार रसदा निवासी बसंत करमाली और पीटीपीएस निवासी विक्की तिवारी की अमन साव ने हत्या कर कोयला लदे रेलगाड़ी की बोगी में डालकर भेज दिया था. जिनकी बॉडी आज तक नहीं मिली. बताया जाता है कि कुख्यात अमन साव को एक समय रांची के एक बड़े पुलिस अधिकारी का संरक्षण प्राप्त था.

बड़कागांव पुलिस की कस्टडी से भाग निकला था 

स्थिति यह थी कि जेल से तो मोबाइल ऑपरेट करता ही था और जेल शिफ्ट करने के दौरान भी वह मोबाइल से बात करता रहता था.  कुछ समय बाद रांची पुलिस के बड़े अधिकारी की मौत हो गई थी. बताया जाता है कि जब दुमका जेल से उसकी जमानत हुई तो रामगढ़ पुलिस के द्वारा उसे जेल के बाहर से रामगढ़ लाया गया. कहा जाता है कि तब अमन साव का मैसेंजर ऐप चालू था और उसे पता नहीं चल रहा था कि उसे किस थाने में रखा गया है. उस समय उसे पतरातू थाने में रखा गया था. बाद में बड़कागांव पुलिस ने उसकी कस्टडी ली थी और वह वहां से भाग निकला था.

नाबालिग अपराधी अमन साव अब बालिग होकर जुर्म को अपना पेशा बना चुका था. वह जिस जेल में रहता था वहां छोटे मोटे केस में आए हुए नौजवान लड़कों को अपने काम के लिए इस्तेमाल करना चालू किया. फिर धीरे-धीरे अपना गिरोह खड़ा कर अपने नाम से फोन के माध्यम रंगदारी मांगना शुरू कर दिया. रंगदारी नहीं मिलने पर गोलीबारी करवाना उसका पेशा बन गया. बता दें कि अमन साव फरारी के दौरान चतरा जिला के टंडवा प्रखंड सिंहपुर में लोकल सेल कोयला दो मजदूरों की हत्या करवा दी थी. होटवार जेल में रहकर बालूमाथ तेतरिया खदान रेक लोडिंग में भी रंगदारी के लिए गोली चलवाई थी.

देवघर जिला में हरदेव कंस्ट्रक्शन पर भी गोली चलवाई थी

अमन ने गिरिडीह जेल के जेलर पर गोली चलवाई. उसके बाद दोबारा प्रयास किया. जहां पर उसका शूटर गिरफ्तार हो गया. वहीं गिरिडीह जेल में रहकर भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के मदनाटांड़ के कोयला खदान में गोली चलवाई. देवघर जिला में हरदेव कंस्ट्रक्शन पर भी गोली चलवाई. हरदेव कंस्ट्रक्शन पतरातू में पीवीयूएनएल के रेल लाइन बिछाने का काम हरदेव कंस्ट्रक्शन करवा रहा था. कोयला व्यवसायाई छोटे गुप्ता पर अमन साव के शूटर चंदन साव ने गोली चलवाई. रामगढ़ जेल में रहकर उरीमारी निवासी झामुमो नेता गहन टुडू की हत्या करवाई.

अलीपुर सेंट्रल जेल कोलकाता में भी रहा था 

दुमका जेल में रहकर बड़कागांव कोयला माइंस के जीएम की हत्या करवाई. सिमडेगा जेल से पूर्णिया के पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी दी थी. फिर से दोबारा गिरीडीह जेल में जाने के बाद छत्तीसगढ़ रायपुर दो बिल्डरों की हत्या करवाई थी. दुमका जेल में रहकर अपने शूटरों के माध्यम से कोलकाता कोल माइंस हेडक्वार्टर पर गोली चलवाई थी. जिस कारण उसे कुछ दिन अलीपुर सेंट्रल जेल कोलकाता में भी रहना पड़ा था. वहीं लॉरेंस बिश्नोई से भी अमन साव के संपर्क की बात कही गई. अमन साव पर छत्तीसगढ़, कोलकाता और झारखंड के अलग-अलग जिलों में 100 आपराधिक केस थे. आखिर में वह पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो गया.

इसे भी पढ़ें – अमित शाह ने कहा, मोदी सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में शांति कायम की है…असम में 2700 करोड़ का सेमीकंडक्टर प्लांट लगने की बात कही

हर खबर के लिए हमें फॉलो करें

Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q

Twitter (X): https://x.com/lagatarIN

Google news: https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow