ट्रंप का हमास को अल्टीमेटम, बंधकों को छोड़ दे, नहीं तो भारी कीमत चुकानी होगी, नेतन्याहू ने कहा – शुक्रिया…
Tel Aviv : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया है. ट्रंप ने हमास को अल्टीमेटम दिया था कि वह बंधकों को उनके राष्ट्रपति बनने से पहले छोड़ दे नहीं तो भारी कीमत चुकानी होगी. नेतन्याहू ने मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, मैं राष्ट्रपति […]
Tel Aviv : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया है. ट्रंप ने हमास को अल्टीमेटम दिया था कि वह बंधकों को उनके राष्ट्रपति बनने से पहले छोड़ दे नहीं तो भारी कीमत चुकानी होगी. नेतन्याहू ने मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, मैं राष्ट्रपति ट्रंप को कल के उनके कड़े बयान के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसमें उन्होंने हमास से बंधकों को रिहा करने के लिए कहा, इससे सभी बंधकों को रिहा करने के हमारे निरंतर प्रयास को और बल मिला है. धन्यवाद, राष्ट्रपति ट्रंप.
I want to thank @realDonaldTrump for his strong statement yesterday about the need for Hamas to release the hostages, the responsibility of Hamas, and this adds another force to our continued effort to release all the hostages.
Thank you, President Trump pic.twitter.com/8wpAgLzPCp
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) December 3, 2024
ट्रंप के बयान ने स्पष्ट कर दिया है, कौन सही है और कौन गलत
इजरायल के वित्त मंत्री बेजले स्मोट्रिच ने कहा कि ट्रंप के बयान ने सभी को स्पष्ट कर दिया है कि कौन सही है और कौन गलत. लापता बंधकों के परिवारों ने भी आभार व्यक्त किया. परिवारों के मंच ने कहा, “अब यह सभी के लिए स्पष्ट है : समय आ गया है. हमें उन्हें अभी घर लाना चाहिए. बता दें ट्रुथ सोशल पर लिखते हुए, और किसी भी ग्रुप का नाम लिए बिना, ट्रंप ने सोमवार को अपनी पोस्ट में कहा, 20 जनवरी, 2025 – जिस दिन मैं गर्व के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करूंगा, इससे पहले अगर बंधकों को रिहा नहीं किया जाता है तो मध्य पूर्व में इन अत्याचारों को अंजाम देने वालों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.
हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गये थे
7 अक्टूबर 2023 को फिलिस्तीनी ग्रुप हमास ने इजरायल में बड़ा हमला किया था. हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गये थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था. इसके बाद यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था. इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. इजरायल-हमास युद्ध को शुरू हुए एक साल से भी अधिक समय हो चुका है. इस दौरान एक संक्षिप्त संघर्षविराम हुआ जिसमें लगभग 105 बंधकों को रिहा किया गया था. कुछ बंधकों को इजरायली सैनिकों ने भी बचाया.
33 इजरायली बंधकों की मौत हो गयी है
बाइडेन प्रशासन पिछले साल से इजरायल और कतर तथा मिस्र सहित अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के साथ संघर्ष विराम समझौते पर काम कर रहा है, जिसमें बंधकों की रिहाई भी शामिल है. पिछले महीने मिस्र में मध्यस्थों की बैठक के बाद संघर्ष विराम समझौते के प्रयासों में रुकावट आई. इस बीच हमास ने घोषणा की है कि इजरायली सैन्य अभियानों के कारण गाजा पट्टी में बंधक बनाये गये 33 इजरायली बंधकों की मौत हो गयी है, जबकि कुछ अन्य अभी भी लापता हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास ने एक वीडियो भी जारी किया जिसमें बताया गया कि बंधकों की हत्या कब और कैसे की गयी और इसके लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को जिम्मेदार ठहराया.
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