Loyabad : सेन्द्रा बांसजोड़ा परियोजना में संचालित साकार मास (डेको ) आऊटसोसिंग कंपनी प्रबंधन द्वारा रैयतों को दरकिनार कर असमाजित तत्वों को नियोजन दे रहा है. इसके विरोध में 18 जून को स्थानीय रैयतों द्वारा नियोजन की मांग को लेकर कंपनी का चक्का जाम किया जाएगा. यह बात रविवार को बांसजोड़ा बस्ती में आयोजित ग्रामीणों की बैठक को संबोधित करते हुए सुभाष महतो ने कही. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि बंदी के दौरान विरोध करने वाले असमाजिक तत्वों पर प्रशासन कार्रवाई कर जेल भेजने का काम करें. कहा जा रहा है कि इस बंदी में एक बार फिर जलेश्वर समर्थक तथा ढुल्लू समर्थक आमने-सामने होंगे .
25 से 30 एकड़ जमीन ग्रामीणों की है
सुभाष महतो ने आगे कहा कि रैयत रामू महतो, दिलीप रावानी ,लखी रवानी समेत अन्य रैयतों की 25 से 30 एकड़ जमीन ग्रामीणों की है, जिस पर पूर्व से साकार मास ( डेको) आऊटसोसिंग कंपनी कोयला खनन कार्य करते आ रही है. वहां इस समय करीब 60 से 65 मजदूर काम कर रहे हैं. उक्त कंपनी में 60 बाहरी मजदूर किस आधार पर नियोजन लेकर काम कर रहे हैं. इस बाबत लोगों ने बीसीसीएल एवं कंपनी प्रबंधन को लिखित जानकारी मांगी थी, परंतु कोई जवाब नहीं मिला. यही वजह है कि हम लोगों ने 10 जून को कंपनी बंदी करने का नोटिस दिए थे, जिस पर लोयाबाद थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार ने एक सप्ताह का समय समझौता वार्ता के लिए मांगा था. वह समय भी बीत गया है. हम लोग कंपनी प्रबंधन से नियोजन की मांग लगातार करते आ रहे हैं. परंतु वह नियोजन देने के बजाय हम लोगों पर गुंडा तथा पुलिस द्वारा दबाव डाला जाता रहा है वही 8 जून को बम कांड के दिन जलेश्वर महतो समर्थकों ने घटनास्थल पर राम रहीम जिंदाबाद का नारा लगाया जा रहा था. इस बार आउटसोर्सिंग कंपनी प्रबंधन को नियोजन हर हाल में देना होगा.सुभाष महतो ने कहा कि पिछले दिनों यहां पर कंपनी के गुंडों द्वारा बमबारी की गई थी ताकि रैयत द्वारा घोषित 18 जून की बंदी को असफल किया जाए तथा ग्रामीणों में दहशत पैदा हो.
अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं
इस दौरान रैयत फुल देवी ने कहा कि हम डरने वाले नहीं हैं. क्योंकि हम ग्रामीण अपना हक और अधिकार के लिए आंदोलन कर रहे हैं. यहां बाहरी लोग हमारा हक छीन रहा है. इस बार मर मिट जाएंगे पर अपना हक लेकर रहेंगे. सांसद ढूल्लू महतो हमारे साथ हैं . कंपनी को सील कर देंगे,इस बार मरेंगे या मारेंगे. बैठक में सूरज महतो,विकास महतो,गौतम महतो,प्रकाश सिंह,मोहन रवानी,रोहित रवानी,बद्री रवानी,बिनय रवानी,गोलू सिंह,जय नारायण सिंह,मनजीत रवानी,प्रवीण कुमार, शक्ति रवानी,आदि सैकड़ो की संख्या बाँसजोड़ा के रैयत मौजूद थे.