नेपाल में राजशाही समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प , फायरिंग, आगजनी, कर्फ्यू

Kathmandu : नेपाल में राजशाही और हिंदू राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग नेपाल में जोर पकड़ चुकी है. काठमांडू में एयरपोर्ट के पास आज शुक्रवार को राजशाही समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प होने की खबर है. राजतंत्र समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई. #WATCH | Nepal: A […]

Mar 29, 2025 - 05:30
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नेपाल में राजशाही समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प , फायरिंग, आगजनी,  कर्फ्यू

Kathmandu : नेपाल में राजशाही और हिंदू राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग नेपाल में जोर पकड़ चुकी है. काठमांडू में एयरपोर्ट के पास आज शुक्रवार को राजशाही समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प होने की खबर है. राजतंत्र समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई.

पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, पानी की बौछार की   

नेपाल पुलिस ने प्रजातंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. प्रदर्शनकारियों ने वाहनों और एक घर को आग के हवाले कर दिया गया. एक टीवी स्टेशन के साथ-साथ सीपीएन (यूनिफाइड सोशलिस्ट) पार्टी कार्यालय पर भी हल्ला बोला.

पुलिस ने स्थिति बेकाबू होने पर काठमांडू के टिंकुने इलाके में हवाई फायर किया. यहां हजारों राजतंत्र समर्थक राजा आओ देश बचाओ… भ्रष्ट सरकार मुर्दाबाद..और “हमें राजतंत्र वापस चाहिए… आदि नारे लगा रहे थे, वे नेपाल में राजतंत्र की बहाली की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारी नेपाल का राष्ट्रीय ध्वज और पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह की तस्वीरें लिये हुए थे.  तनावपूर्ण स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए नेपाली सेना को सड़कों पर उतारा गया है.

पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश, पथराव  

उन्होंने पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की. पथराव किया. पुलिस ने हवाई फायर किया. काठमांडू के टिंकुने, सिनामंगल और कोटेश्वर इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. जान लें कि नेपाल इन दिनों राजशाही समर्थक संगठन सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश में जुटे हैं. संगठनों ने सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है.

कुछ साल पीछे जायें, तो नेपाल के राजनीतिक दलों ने 2008 में संसद की घोषणा के माध्यम से 240 साल पुराने राजतंत्र को समाप्त कर दिया था. हिंदू राज्य को एक धर्मनिरपेक्ष, संघीय, लोकतांत्रिक गणराज्य में बदल दिया. इतने साल बाद राजतंत्र समर्थक पूर्व राजा द्वारा लोकतंत्र दिवस (19 फरवरी) पर अपने वीडियो संदेश में समर्थन की अपील के बाद से राजतंत्र की बहाली की मांग कर रहे हैं.

योगी आदित्यनाथ के पोस्टर लगे  

इससे पूर्व राजतंत्र समर्थकों ने 9 मार्च को राजा ज्ञानेन्द्र शाह के समर्थन में रैली निकाली थी. वे देश के विभिन्न हिस्सों में धार्मिक स्थलों का दौरा करने के बाद त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे. इस अवसर पर राजतंत्र समर्थकों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें ज्ञानेन्द्र के साथ प्रदर्शित कीं थी.

जान लें कि समाजवादी मोर्चा के नेतृत्व में हजारों राजतंत्र विरोधी समर्थक भी भृकुटीमंडप में जमा हुए, वे गणतंत्र प्रणाली जिंदाबाद…, भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई करो…राजतंत्र मुर्दाबाद…के नारे लगा रहे थे. नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) और सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट जैसी राजनीतिक पार्टियों ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया.

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