बड़कागांव रंगदारी मामला : अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह ने ट्रैक्टरों को जलाने में गैंग की संलिप्तता से किया इनकार
Ranchi : हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाना क्षेत्र स्थित सांढ़ गांव में सोमवार की देर रात तीन ट्रैक्टरों को जला दिया गया था. घटना को अंजाम देने के बाद अज्ञात अपराधियों ने घटनास्थल पर अमन साहू गिरोह के नाम का पर्चा छोड़ा था. लेकिन अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह ने इस घटना में अपनी […]
Ranchi : हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाना क्षेत्र स्थित सांढ़ गांव में सोमवार की देर रात तीन ट्रैक्टरों को जला दिया गया था. घटना को अंजाम देने के बाद अज्ञात अपराधियों ने घटनास्थल पर अमन साहू गिरोह के नाम का पर्चा छोड़ा था. लेकिन अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह ने इस घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. इस संबंध में मयंक सिंह ने सोशल मीडिया पर प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. मयंक सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि अखबारों से पता चला कि बड़कागांव में आसमाजिक तत्वों ने कुछ वाहनों को जलाया और बॉस के नाम से रंगदारी मांगी. लेकिन इस घटना से हमारे गैंग का कोई लेना देना नहीं है.
हजारीबाग जेल से छूटे छुटभैये अपराधी की संलिप्तता आ रही सामने
मयंक सिंह ने लिखा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपनी आजीविका चलाने के लिए अपनी जमा-पूंजी से ट्रैक्टर खरीदते हैं और किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. उनके साथ इस तरह की घटना किसी छूटभैया अपराधी की करतूत है. गैंग इस तरह की घटना नहीं करता है और ना ही इस तरह की घटना का समर्थन करता है. गैंग अपने स्तर से भी इस घटना की जांच कर रहा है. अभी तक सामने आयी जानकारी के अनुसार, बड़कागांव के ही कुछ छुटभैये अपराधी और उनका समूह है, जो हाल के दिनों में हजारीबाग जेल से छूटा है, उनकी इस घटना में संलिप्तता आ रही है. बॉस के नाम का इस्तेमाल कर छवि खराब करने वालों के शरीर का खाल उतार लिया जायेगा और उन्हें पूरे परिवार सहित बड़कागांव से पलायन करना होगा.
ट्रैक्टर मालिकों से सालाना दो हजार रंगदारी की मांग की गयी थी
अज्ञात अपराधियों ने ट्रैक्टर मालिकों से सालाना दो हजार रंगदारी की मांग की थी. अमन साहू के नाम से बड़कागांव थाना क्षेत्र के सांढ़ गांव में सोमवार की रात 12 बजे तीन ट्रैक्टर को जला दिया गया था. पर्चा में वार्निंग देते हुए कहा गया था कि बड़कागांव कमेटी को सूचित किया जाता है कि प्रत्येक ट्रैक्टर से दो हजार रुपये सालाना चाहिए, पैसा नहीं मिलने पर जान माल की हानि होती रहेगी. जानकारी के अनुसार, यहां 600 से अधिक ट्रैक्टर चलता है यानी 12 लाख चाहिए. सभी ट्रैक्टर मालिक इसको मिलकर करेंगे. वार्निंग में कहा गया था कि पैसा नहीं मिलने पर खूनी कार्रवाई होगी.
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