बीडीओ और सीओ के लापरवाही का दंश झेल रहे नोवामुंडी के किसान
Kiriburu : नोवामुंडी प्रखंड क्षेत्र के कृषकों को अपनी उपजों की खरीद बिक्री नाली के ऊपर अथवा लोगों के आने जाने की संकीर्ण रास्तों व गलियों में बैठकर करनी पड़ती है. वैसे, प्रखंड मुख्यालय में स्थित नोवामुंडी के सप्ताहिक बाजार रविवार को लगता है. अंचल कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक नोवामुंडी बाजार की जमीन […]
Kiriburu : नोवामुंडी प्रखंड क्षेत्र के कृषकों को अपनी उपजों की खरीद बिक्री नाली के ऊपर अथवा लोगों के आने जाने की संकीर्ण रास्तों व गलियों में बैठकर करनी पड़ती है. वैसे, प्रखंड मुख्यालय में स्थित नोवामुंडी के सप्ताहिक बाजार रविवार को लगता है. अंचल कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक नोवामुंडी बाजार की जमीन लगभग 3 एकड़ 27 डीसमल दर्ज है. परंतु बीडीओ व सीओ की कथित उदासीनता के चलते बाजार की जमीन वर्तमान में महज 14 डीसमल सिकूड कर रह गयी. करीब ढाई एकड बाजार की जमीन पर तथाकथित दबंग लोगों ने कब्जा जमाया है. साथ ही, सहकारिता व अंचल विभाग की ओर से निर्मित लगभग 75 दूकानों पर भी दबंग लोगों ने कब्जा जमा लिया है. दूर दराज व सुदूर गाँवों से कृषक अपनी उपजों को लेकर आते हैं, लेकिन इसे बैठकर बेचने के लिये जगह, जमीन ही नही है. कई मर्तबा क्षेत्र के मानकी, मुंडा व विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने बीडीओ, सीओ, विधायक सोनाराम सिंकु व सांसद गीता कोडा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा को ज्ञापन सौंप कर बाजार की अतिक्रमण किये गये भूखंड से अतिक्रमण हटवाने की माँग कर चुके हैं, लेकिन यह समस्या पिछले 30 सालों से जस के तस बनी हुई है. प्रखंड क्षेत्र के सैकडों कृषक बीडीओ, सीओ व जन प्रतिनिधियों की लापरवाही से काफी परेशान हैं.
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