योगदा सत्संग आश्रम में मना अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

Ranchi : योगदा सत्संग आश्रम में रविवार को अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी निभायी. योग और ध्यान के मूल सिद्धान्तों से अवगत हुए. वरिष्ठ वाईएसएस संन्यासी स्वामी ईश्वरानंद गिरि ने ध्यान-योग से संतुलन और शांति प्राप्त करना विषय प्रकाश डालते हुए स्वंय के अंदर निहित सर्वोच्च शांति की […]

Jun 16, 2024 - 17:30
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योगदा सत्संग आश्रम में मना अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
योगदा सत्संग आश्रम में मना अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

Ranchi : योगदा सत्संग आश्रम में रविवार को अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी निभायी. योग और ध्यान के मूल सिद्धान्तों से अवगत हुए. वरिष्ठ वाईएसएस संन्यासी स्वामी ईश्वरानंद गिरि ने ध्यान-योग से संतुलन और शांति प्राप्त करना विषय प्रकाश डालते हुए स्वंय के अंदर निहित सर्वोच्च शांति की खोज के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया. दिन के साढ़े दस बजे भजन और आश्रम के संस्थापक श्रीश्री परमहंस योगानंदजी की पुस्तक योगी कथामृत के परिचय के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. ईश्वरानन्दजी ने आशीर्वचन प्रदान करते हुए कहा कि योगानंदजी के जीवन वृत्तांत ने विश्वभर में लाखों लोगों के हृदय और मन को स्पर्श किया है. असंख्य पाठकों को भारत के प्राचीन योग विज्ञान और ईश्वरीय साक्षात्कार प्राप्त करने की वैज्ञानिक प्रणालियों से परिचित कराया है, जो वैश्विक सभ्यता के प्रति भारत का अद्वितीय एवं स्थायी योगदान है. मौके पर स्वामी जी ने ध्यान सत्र भी चलाया. जिसमें सही मुद्रा का अभ्यास, प्रारम्भिक श्वसन व्यायाम, एक प्रतिज्ञापन और एक मानसदर्शन से प्रतिभागियों को अवगत कराया.कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब के माध्यम से भी किया गया, जिससे जुड़ कर संस्था के देशव्यापी आश्रमों, केंद्रों और मंडलियों से सैकड़ों लोग लाभान्वित हुए.

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आत्मा का परमात्मा से मिलन है योग : ईश्वरानंद

स्वामी ईश्वरानंद जी ने कहा कि आत्मा से परमात्मा का मिलन ही योग है. अधिकांश लोग सोचते हैं कि योग हठयोग तक ही सीमित है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. योगानन्दजी द्वारा सिखाये गये ध्यान के क्रिया योग मार्ग से मानव चेतना आंतरिक एकत्व की अवस्था को प्राप्त करती है. इस मार्ग की नींव वैज्ञानिक ध्यान का नियमित अभ्यास है. उन्होंने बताया कि गृह-अध्ययन पाठमाला के माध्यम से क्रियायोग शिक्षाओं की जानकारी वाईएसएस वेबसाइट से किया जा सकता है.

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