रिम्स में जानबूझकर की जा रही दवाओं की कमी,ताकि मरीज करें निजी दुकानों का रुख: बाबूलाल
Ranchi: नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि रिम्स में आवश्यक दवाएं लंबे समय से उपलब्ध नहीं हैं. मजबूरी में गरीब मरीजों को बाहर की निजी दुकानों से महंगे दामों पर दवा खरीदनी पड़ रही हैं. ये वही दुकानें हैं, जो रिम्स के ठीक पास स्थित हैं और कुछ साल पहले ही खुले हैं.ऐसा […]

Ranchi: नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि रिम्स में आवश्यक दवाएं लंबे समय से उपलब्ध नहीं हैं. मजबूरी में गरीब मरीजों को बाहर की निजी दुकानों से महंगे दामों पर दवा खरीदनी पड़ रही हैं. ये वही दुकानें हैं, जो रिम्स के ठीक पास स्थित हैं और कुछ साल पहले ही खुले हैं.ऐसा लगता है कि रिम्स में जानबूझकर दवाओं की कमी की जा रही है ताकि मरीज इन निजी दुकानों की ओर रुख करें. रिम्स प्रबंधन और निजी दवा दुकानदारों के संगठित मेडिकल माफिया तंत्र को सरकार का भी संरक्षण प्राप्त है.
जब सरकारी अस्पतालों में दवा ही नहीं होगी, तो आम आदमी कहां जाएगा. सरकार को मेडिकल माफियाओं पर लगाम कसनी होगी ताकि रिम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की साख बची रहे.सरहुल जुलूस के दौरान हुई घटना की ग्रामीणों से जानकारी लीनेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को पिठौरिया के बालू गांव पहुंचकर सरहुल जुलूस के दौरान हुई हिंसक घटना को लेकर ग्रामीणों से विस्तृत जानकारी ली. कहा कि यह बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रशासन मामले की लीपापोती कर सच्चाई को दबाने का प्रयास कर रही है.सीएम से कहा कि कान खोलकर सुन लें कि तुष्टिकरण की आड़ में आदिवासी समाज की आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता. प्रशासन तत्काल आरोपियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करे, जिससे भविष्य में इस तरह का दुस्साहस करने की कोई हिम्मत न कर सके.
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