लातेहार : रेल अधिकारियों की संवेदनहीनता से ट्रैक मैनों को नहीं मिल सकेगा लाभ
Chandwa (Latehar): रेल अधिकारियों की लापरवाही और संवेदनहीनता से सैकड़ों ट्रैक मैनों को आर्थिक उन्नयन का लाभ नहीं मिल सकेगा. सहायक मंडल अभियंता, लातेहार के अधीन कार्यरत लातेहार और टोरी डीपू के सैकड़ों ट्रैकमैन आर्थिक उन्नयन के लाभ से वंचित हो गये हैं. उक्त जानकारी ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह धनबाद मंडल के पीएनएम प्रभारी […]
Chandwa (Latehar): रेल अधिकारियों की लापरवाही और संवेदनहीनता से सैकड़ों ट्रैक मैनों को आर्थिक उन्नयन का लाभ नहीं मिल सकेगा. सहायक मंडल अभियंता, लातेहार के अधीन कार्यरत लातेहार और टोरी डीपू के सैकड़ों ट्रैकमैन आर्थिक उन्नयन के लाभ से वंचित हो गये हैं. उक्त जानकारी ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह धनबाद मंडल के पीएनएम प्रभारी मो ज़्याऊद्दीन ने दी. उन्होंने कहा कि हर रेलकर्मी के कार्यों का वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार किया जाता है. रिर्पोट के आधार पर उसे पदोन्नति या आर्थिक उन्नयन का लाभ दिया जाता है. सब कुछ सामान्य रहने पर अधिकारी द्वारा कर्मचारियों के मूल्यांकन शीट में वेरी गुड अंकित करने पर कर्मचारी को आर्थिक उन्नयन का लाभ दिया जाता है. लातेहार में पदस्थापित सहायक मंडल अभियंता ने संवेदनहीनता का परिचय देते हुए अपने अधीन कार्यरत सैकड़ों ट्रैक मैनों के वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन में आवश्यक ग्रेडिंग से नीचे ग्रेडिंग अंकित कर सभी के जीवन में हताशा भर दिया है.
मो. ज़्याऊद्दीन अपनी पदयात्रा के दौरान पिछले दिनों हेन्दगीर स्टेशन से खलारी स्टेशन और बीच सेक्शन में काम कर रहे ट्रैकमैन व परिचालन विभाग के रेलकर्मियों से जाकर मिले और उनसे उनके समस्याओं की जानकारी ली. पदयात्रा में ईसीआरकेयू के सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओपी शर्मा तथा बरकाकाना शाखा सचिव महेन्द्र प्रसाद महतो सहित कई रेलकर्मी उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें – कांग्रेस ने कहा, NEET scam दूसरा व्यापम है…प्रधानमंत्री मूकदर्शक बने नहीं रह सकते…
4600 में मात्र 3700 कार्यरत
मो. ज्याउद्दीन ने कहा कि धनबाद मंडल में इंजीनियरिंग विभाग में 4600 ट्रैकमैन के पद स्वीकृत हैं. जिसमें मात्र 3700 कार्यरत हैं. 900 पद रिक्त हैं. इस कारण कार्यरत ट्रैकमैनों पर ही काम का सारा बोझ डाल दिया गया है. ट्रैकमैन रेलवे कार्य को अपनी शक्ति से अधिक शक्ति के साथ पूरा करते हैं. इनके समर्पण के कारण ही विभिन्न सेक्शनों में माल गाड़ियों सहित सभी सवारी गाड़ियों का संरक्षित रेल परिचालन हो रहा है. इनके मेहनत के कारण ही धनबाद मंडल हर वर्ष माल लदान और रेलवे राजस्व अर्जित करने में पूरे देश में अग्रणी भूमिका निभा रहा है. यह बड़े खेद का विषय है कि इन परिश्रमी ट्रैकमैनों का शारीरिक दोहन और आर्थिक शोषण इन्हीं के सुपरवाइजर और अधिकारी निरंकुशता से कर रहे हैं.
वरीय मंडल यांत्रिक अभियंता से मुलाकात की
इस मामले को लेकर मो. ज्याऊद्दीन ने वरीय मंडल यांत्रिक अभियंता (कोर्डिनेशन) धनबाद से मुलाकात की है और उन्हें इस संवेदनहीन कार्यकलाप की जानकारी दी है. उन्होंने तत्काल इस विषय पर पहल करने की मांग रखी, ताकि बड़ी संख्या में प्रभावित ट्रैकमैनों को उनके कार्य का सम्मान और आर्थिक उन्नयन का लाभ मिल सके.
इसे भी पढ़ें –साहेबगंज में गंगा फेरी के टेंडर को हाईकोर्ट में दी गई चुनौती
What's Your Reaction?