लोकसभा-राज्यसभा में अडानी-संभल-बांग्लादेश मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा, दोनों सदन कल तक के लिए स्थगित
NewDelhi : शीतकालीन सत्र के छठे दिन आज सोमवार को कांग्रेस सांसद मनिक्कम टैगोर ने अडानी मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. उधर कांग्रेस के सांसद अमर सिंह ने भी राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करा दी. लेकिन […]
NewDelhi : शीतकालीन सत्र के छठे दिन आज सोमवार को कांग्रेस सांसद मनिक्कम टैगोर ने अडानी मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. उधर कांग्रेस के सांसद अमर सिंह ने भी राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करा दी. लेकिन कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गये. स्पीकर ओम बिरला ने सदन चलने देने की अपील की. कहा कि प्रश्नकाल चलने दें , लेकिन सदस्यों ने हंगामा जारी रखा. हंगामे के कारण स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी.
Winter session of Parliament | Lok Sabha proceedings begin for the day amid sloganeering by Opposition MPs
(Video source: Sansad TV/YouTube) pic.twitter.com/IQGcNQ2cRO
— ANI (@ANI) December 2, 2024
जब 12 बजे कार्यवाही शुरू हुई तो फिर हंगामा शुरू हो गया.अडानी मुद्दे के अलावा कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के मुद्दे को लेकर भी हंगामा किया. इसके बाद ओम बिरला ने लोकसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया.
विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते रहे
उधर राज्यसभा में भी अडानी सहित अन्य मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस पर सभापति जगदीप धनखड़ विपक्ष पर बरस पड़े. उन्होंने देश की जनता के नाम पर, संविधान के नाम पर सदन चलने देने की अपील की, सदन में हंगामा जारी रहा. विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने रहे. इसके बाद सभापति राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. 12 बजे के बाद भी हंगामा जारी रहने पर जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया.
बता दें कि राज्यसभा सांसद अजमेर शरीफ दरगाह, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, मणिपुर में कानून व्यवस्था, दिल्ली की कानून व्यवस्था और उत्तर प्रदेश के संभल की स्थिति पर चर्चा की मांग कर रहे थे. चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी सांसद चाहते थे कि राज्यसभा में नियम 267 के तहत बहस कराई जाये. हालांकि सोमवार को भी पूर्व की भांति सभापति ने इसकी स्वीकृति नहीं दी.
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