शिवसेना का पलटवार, शरद पवार ने ही महाराष्ट्र को सत्ता में मनी-मसल पावर का प्रयोग करना सिखाया  

Mumbai : शिवसेना(शिंदे गुट) के विधायक संजय शिरसाट ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत की, इस दौरान उन्होंने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) से राज्यसभा सांसद संजय राउत द्वारा एकनाथ शिंदे का मानसिक संतुलन बिगड़ने वाला बयान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) नेता शरद पवार के चुनाव में पैसे और सत्ता के दुरुपयोग के बयान और […]

Dec 1, 2024 - 17:30
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शिवसेना का पलटवार, शरद पवार ने ही महाराष्ट्र को सत्ता में मनी-मसल पावर का प्रयोग करना सिखाया  

Mumbai : शिवसेना(शिंदे गुट) के विधायक संजय शिरसाट ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत की, इस दौरान उन्होंने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) से राज्यसभा सांसद संजय राउत द्वारा एकनाथ शिंदे का मानसिक संतुलन बिगड़ने वाला बयान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) नेता शरद पवार के चुनाव में पैसे और सत्ता के दुरुपयोग के बयान और कांग्रेस नेता भाई जगपात द्वारा चुनाव आयोग की तुलना कुत्ते से करने पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

संजय राउत को पागलपन का दौरा आया है

संजय राउत के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का मानसिक संतुलन बिगड़ने वाले बयान पर शिरसाट ने कहा, संजय राउत पागल हैं, उनकी बातों का कोई आधार नहीं है. उनको नींद भी नहीं आती होगी. मुख्यमंत्री रहते हुए एकनाथ शिंदे बहुत बार गांव गये हैं. संजय राउत को पागलपन का दौरा आया है, कुछ दिनों बाद वो आत्महत्या भी कर सकते हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के नेता एवं पूर्व सीएम शरद पवार के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्ता और पैसे का दुरुपयोग के आरोप पर शिवसेना नेता ने कहा, यह उनका मजाक है.

चुनाव आयोग को लेकर ऐसे बयान देकर वो बड़े नहीं बन सकते

सत्ता में पैसे और मसल पावर का कैसे प्रयोग किया जाता है, महाराष्ट्र को यह शरद पवार ने सिखाया है. ऐसे में अगर वो ही इस बारे में बोल रहे हैं, तो यह मजाक है. कांग्रेस नेता भाई जगताप के चुनाव आयोग की तुलना कुत्ते से करने पर शिवसेना नेता ने कहा वो कुत्ता कहकर वफादार तो बता रहे हैं. वो सभी महाविकास अघाड़ी के लोग हैं और भौंक-भौंक कर खुद ही एक-दूसरे को काट रहे हैं. चुनाव आयोग को लेकर ऐसे बयान देकर वो बड़े नहीं बन सकते. सही मायने में इन पागल कुत्तों ने ही अपनी पार्टी को बदनाम किया है. बता दें कि महाराष्ट्र में 288 विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ. नतीजे 23 नवंबर को सामने आए, जिसमें सत्ताधारी महायुति को 230 से अधिक सीटों पर जीत मिली. हालांकि, अभी तक प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हुआ है.

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