संभल हिंसा में शामिल दंगाइयों की तस्वीरें जिला प्रशासन ने जारी की…चौराहे पर लगेंगे पोस्टर
Lucknow : : उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा पर पुलिस का ऐक्शन शुरू हो गया है. हिंसा में शामिल 21 दंगाइयों की तस्वीरें जिला प्रशासन ने जारी की हैं. उनके नाम भी सार्वजनिक किये गये हैं. 16 साल की उम्र से लेकर 72 साल की उम्र तक के आरोपियों के फोटो और नाम जारी […]
Lucknow : : उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा पर पुलिस का ऐक्शन शुरू हो गया है. हिंसा में शामिल 21 दंगाइयों की तस्वीरें जिला प्रशासन ने जारी की हैं. उनके नाम भी सार्वजनिक किये गये हैं. 16 साल की उम्र से लेकर 72 साल की उम्र तक के आरोपियों के फोटो और नाम जारी किये गये हैं. खबर है कि दंगे में शामिल इन लोगों की तस्वीरों का पोस्टर चौराहों पर लगाया जाएगा. बता दें कि रविवार की सुबह जामा मस्जिद में सर्वे करने पहुंची टीम पर उपद्रवियों ने हमला किया था.
VIDEO | Uttar Pradesh: Security remains tightened in Sambhal, where violence broke out during a court-ordered survey of a Mughal-era mosque on Sunday (November 24).
Members of both Hindu and Muslim communities have called for unity and pledged to rebuild communal harmony even as… pic.twitter.com/VPrxujnLdr
— Press Trust of India (@PTI_News) November 27, 2024
VIDEO | “A total of 27 people – 25 men and two women – have been arrested in the last 24 hours and they have been sent to jail. There are different CCTV footages, they are being scanned… We have prepared a list of more than 100 people who actively participated in this violence.… pic.twitter.com/rvOAL3eyFr
— Press Trust of India (@PTI_News) November 26, 2024
उपद्रवियों ने न सिर्फ पुलिस पर पत्थर बरसाये थे
उपद्रवियों ने न सिर्फ पुलिस पर पत्थर बरसाये थे बल्कि अफसरों की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था. पुलिस ने मामले में सख्त ऐक्शन लेने की चेतावनी दी थी. यह ऐलान किया गया था कि उपद्रवियों के न सिर्फ पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगेंगे बल्कि दोषियों से ही नुकसान की वसूली की जायेगी. यूपी सरकार ने इसे लेकर पूर्व में अध्यादेश जारी किया था, जिसके तहत दंगों में उपद्रव करने वाले लोगों से नुकसान की वसूली की जाती है. साथ ही उनकी तस्वीरों के पोस्टर भी चौराहों पर लगाये जा सकते हैं.
योगी सरकार ने मामले के मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये हैं
संभल में हुई हिंसा की जांच चल रही है. योगी सरकार ने मामले के मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये हैं. वहीं दूसरी ओर पुलिस दंगाइयों की धरपकड़ में लगी है. पुलिस टीम पर पत्थर बरसाने वाले 100 लोगों की शिनाख्त की गयी है. 27 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. संभल में मस्जिद सर्वे को लकेर हुई हिंसा के आज चौथे दिन इलाके में शांति व्यवस्था कायम है. इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. इस बीच स्कूल-कॉलेज और बाजार खोल दिये गये हैं. हालांकि इंटरनेट की सेवाएं अब भी बंद है.
हिंसा में शामिल 100 से ज्यादा आरोपियों की पहचान हो चुकी है
एसपी केके विश्नोई ने कहा कि जल्द ही इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी जाएगी. हिंसा में शामिल 100 से ज्यादा आरोपियों की पहचान हो चुकी है. जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी. एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि अब तक इस मामले में सात एफआईआर दर्ज की गयी है. इसके साथ ही पिछले 24 घंटे में 27 लोगों को जेल भेजा गया है. जिनमें 25 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं. एसपी ने कहा कि संभल के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क को 23 नवंबर को बीएनएस की धारा-168 के तहत नोटिस जारी किया गया है.
संभल हिंसा में शामिल उपद्रवियों की तस्वीरें वायरल
संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुए बवाल के बाद पत्थरबाजों और उपद्रवियों की तलाश जोरों पर हो रही है. बवाल में शामिल लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. प्रशासन की तरफ से पहले ही इनके पोस्टर लगाने की बात कही जा चुकी है. संभल बवाल में उपद्रवियों की वायरल तस्वीरों में सबके चेहरे ढके हुए हैं. इन्होंने किसी रुमाल या किसी मफलर से अपना मुंह ढक रखा है. प्रशासन की तरफ से पहले ही हिंसा करने वालों पर यूपी सरकार ने सख्ती बरतने की बात कही है.
संभल हिंसा के गुनहगार किसी भी सूरत में बच नहीं पायेंगे
पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक रूप से लगाये जा सकते हैं. इसके साथ ही उपद्रवियों से नुकसान की वसूली की जा सकती है. जरूरी हुआ तो उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित हो सकता है. संभल हिंसा के गुनहगार किसी भी सूरत में बच नहीं पायेगे. डीआईजी मुनिराज ने कहा कि अब संभल की स्थित सामान्य हो रही है. लोग अपनी दुकानें खोल रहे हैं. दैनिक कार्य हो रहे हैं. पुलिस किसी निर्दोष को परेशान नहीं करेगी. दोषियों के खिलाफ ही कार्रवाई होगी. यह बार बार अपील की जा रही है. जनजीवन सामान्य हो रहा है. बाजारों में लोगों से संवाद किया जा रहा है. ज्यादातर दुकानें खोली जा रही हैं.
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