हजारीबाग : पेपर लीक होने से युवाओं का सरकारों पर विश्वास उठ रहा है – डॉ. आरसी प्रसाद मेहता

कहा-बिहार से अलग होने के 24 वर्ष बाद भी सुधार नहीं Hazaribagh :  पेपर लीक होने से युवाओं का सरकारों पर विश्वास उठ रहा है. यह बात सदर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी डॉ. आरसी प्रसाद ने मटवारी स्थित अपने कार्यालय में कहीं. उन्होंने कहा कि  भारत के सबसे विश्वसनीय मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा नीट के […]

Jun 13, 2024 - 05:32
 0  3
हजारीबाग : पेपर लीक होने से युवाओं का सरकारों पर विश्वास उठ रहा है – डॉ. आरसी प्रसाद मेहता

कहा-बिहार से अलग होने के 24 वर्ष बाद भी सुधार नहीं

Hazaribagh :  पेपर लीक होने से युवाओं का सरकारों पर विश्वास उठ रहा है. यह बात सदर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी डॉ. आरसी प्रसाद ने मटवारी स्थित अपने कार्यालय में कहीं. उन्होंने कहा कि  भारत के सबसे विश्वसनीय मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा नीट के कथित पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. वहीं उत्तर प्रदेश में यूपीपीएससी पेपर लीक, एमपी में मेडिकल एंट्रेंस व्यापम पेपर लीक घोटाला, पटवारी पेपर लीक घोटाला, बिहार में शिक्षक पेपर लीक घोटाला, झारखंड में 11वीं जेपीसी पेपर लीक, सीजीएल पेपर लीक होने के कारण अभ्यर्थियों द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबरें सुर्खियां बन रही हैं. इससे विद्यार्थियों का सरकार और परीक्षा प्रक्रिया से विश्वास उठ रहा है. पेपर लीक करने वाले लोगों को कड़ी सजा देने में सरकार नाकाम नजर आ रही है. कहीं न कहीं केंद्र एवं राज्य सरकारें पेपर लीक घोटाले में शक के दायरे में आती हैं. 

देश की छवि धूमिल होती है

माइनॉरिटी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष साजिद अली खान ने कहा कि परीक्षा का पेपर लीक होने की घटना भारत की छवि धूमल करती है. वहीं जिला उपाध्यक्ष डॉ. दीपक बंधु ने कहा कि पेपर लीक होना देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. डॉ मेहता ने आगे कहा कि झारखंड के अलग होने के 24 वर्ष बाद भी झारखंड की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. झारखंड में स्थानीय नीति लागू होनी चाहिए. आज झारखंड बाहरियों का चारागाह बना हुआ है. 2024 लोकसभा चुनाव में पांच बाहरी सांसद चुने गए हैं. 40 प्रतिशत नौकरियां और 50 प्रतिशत व्यापार बाहरियों के कब्जे में है. राजनीति में 60 प्रतिशत गैर झारखंडियों का वर्चस्व है, जो झारखंड के उत्थान के लिए अनुचित प्रतीत हो रहा है. इस पर झारखंडी बुद्धिजीवों को पुनर्विचार करने की जरूरत है.

से भी पढ़ैं-जेपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 22 से 24 जून तक

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow