चांडिल : बरकाकाना-टाटा पैसेंजर ट्रेन नहीं चलने से किसानों को नुकसान

DILIP KUMAR Chandil (Saraikela) : ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र मुख्य रूप से कृषि प्रधान है, लेकिन यहां किसानों के लिए किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं है. चार प्रखंडों वाले इस विधानसभा क्षेत्र में खेतों में सिंचाई की कोई खास व्यवस्था नहीं है. इस क्षेत्र में करोड़ों रुपयों की लागत से हजारों परिवारों को विस्थापित कर […]

May 29, 2024 - 17:30
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चांडिल : बरकाकाना-टाटा पैसेंजर ट्रेन नहीं चलने से किसानों को नुकसान

DILIP KUMAR

Chandil (Saraikela) : ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र मुख्य रूप से कृषि प्रधान है, लेकिन यहां किसानों के लिए किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं है. चार प्रखंडों वाले इस विधानसभा क्षेत्र में खेतों में सिंचाई की कोई खास व्यवस्था नहीं है. इस क्षेत्र में करोड़ों रुपयों की लागत से हजारों परिवारों को विस्थापित कर दो विशालकाय डैम बनाए गए हैं. अगर सरकार चाह ले और जनप्रतिनिधि दृढ़इच्छा के साथ व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हों तो पूरे क्षेत्र के एक-एक खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जा सकता है. किसानों की पैदावार के लिए बाजार उपलब्ध कराया जा सकता है. किसानों की फसल सुरक्षित रखने के लिए प्रखंडवार कोल्ड स्टोर बनाए जा सकते हैं.

बाजार नहीं पहुंचा पाने के कारण सब्जी हो रहा बर्बाद, क्षेत्र में नहीं है कोल्ड स्टोर की व्यवस्था.

फसल हो रही बर्बाद, किसान परेशान

फिलहाल नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के किसान अपनी सब्जी की फसल बर्बाद होने के कारण परेशान हैं. किसान मजबूरन औने-पौने दाम पर अपने उत्पाद बेचने को मजबूर हैं. दरअसल चांडिल-मुरी रेलखंड पर चलने वाली बरकाखाना-टाटानगर पैसेंजर ट्रेन का परिचालन रद्द किया गया है. बरकाखाना-टाटानगर रेलवे लाइन पर निर्माण कार्य चलने के कारण 23, 26, 28 व 30 मई और 02, 06, 09, 11, 13 व 16 जून के लिए उक्त ट्रेन का परिचालन रद्द किया गया है. इसके कारण मुरी-चांडिल रेलखंड के बीच स्थित तिरूलडीह, लेटेमदा, हेंसालोंग और झिमरी रेलवे स्टेशन में किसानों के समक्ष भयंकर संकट उत्पन्न हो गया है. इस क्षेत्र के किसान अपनी पैदावार को बिक्री के लिए उक्त ट्रेन से ही जमशेदपुर ले जाते हैं.

ट्रेन का परिचालन रद्द रहने के कारण किसान अपनी पैदावार बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं. ऐसे में सब्जी का उचित मूल्य नहीं मिलने से किसानों को आर्थिक हानि हो रही है.

लाभ उठा रहे व्यपारी

क्षेत्र में किसानों के खेत से निकलने वाले लौकी, नेनुआ, भिंडी आदि सब्जियाें के लिए अब बाजार नहीं मिल रहा है. किसान सब्जी बेचने के लिए संबंधित स्टेशन लाते हैं और औने-पौने दामों में बेचकर घर लौट जाते हैं. ट्रेन का परिचालन रद्द रहने के कारण किसानों के समक्ष उत्पन्न इस विकट स्थिति का लाभ व्यापारी उठा रहे हैं. बड़े वाहन लेकर व्यापारी गांवों में पहुंच रहे हैं और किसानों से कम मूल्य पर सब्जियां खरीद कर उसे शहर पहुंचा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नीमडीह व कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के लोगों की आजीविका का म़ख्य स्रोत कृषि है. यहां कृषि के अलावा रोजगार का कोई अन्य साधन उपलब्ध नहीं है. किसानों को अपना पैदावार रखने के लिए क्षेत्र में कोल्ड स्टोर भी नहीं है, जहां किसान अपनी पैदावार रख सके.

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