जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा, वैसे मोदी सरकार युवाओं का काट रही अंगूठा : राहुल
जब आप संविधान की रक्षा के बारे में बोलते हैं, तो आप सावरकर का उपहास कर रहे होते LagatarDesk : लोकसभा में संविधान पर चर्चा का आज दूसरा दिन है. कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संविधान पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने अडानी, अग्निवीर और लेटरल एंट्री को लेकर मोदी सरकार […]
जब आप संविधान की रक्षा के बारे में बोलते हैं, तो आप सावरकर का उपहास कर रहे होते
LagatarDesk : लोकसभा में संविधान पर चर्चा का आज दूसरा दिन है. कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संविधान पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने अडानी, अग्निवीर और लेटरल एंट्री को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने अपने भाषण में द्रोणाचार्य और एकलव्य का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा. वैसे ही आप हिदुस्तान के युवाओं का अंगूठा काटते हो. देश के सारे कारोबार अडानी को दिये जा रहे हैं और बाकी कारोबारियों का अंगूठा काटा जा रहा है. बीजेपी देश का हुनर और ताकत छीनना चाहती है. किसानों की जगह अंबानी-अडानी को फायदा पहुंचाया जा रहा है. पेपरलीक के जरिये युवाओं का अंगूठा काटा जा रहा है.
भारत के संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है
राहुल गांधी ने कहा कि .मैं सत्ता पक्ष से पूछना चाहता हूं, क्या आपका अपने नेता के शब्दों पर कायम हैं? क्या आप अपने नेता के शब्दों का समर्थन करते हैं? क्योंकि जब आप संसद में संविधान की रक्षा के बारे में बोलते हैं, तो आप सावरकर का उपहास कर रहे होते हैं, आप सावरकर को गाली दे रहे होते हैं, आप सावरकर को बदनाम कर रहे होते हैं. आगे कहा कि मैं अपना भाषण भाजपा के नहीं, बल्कि आरएसएस के विचारों की आधुनिक व्याख्या करने वाले सर्वोच्च नेता के शब्दों से शुरू करना चाहता हूं, जो भारत के संविधान के बारे में कहते हैं और उनके अनुसार भारत को कैसे चलाया जाना चाहिए. भारत के संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. कहा कि मनुस्मृति वह शास्त्र है, जो हमारे हिंदू राष्ट्र के लिए वेदों के बाद सबसे अधिक पूजनीय है और जिससे हमारा प्राचीन काल हमारी संस्कृति, रीति-रिवाज, विचार और व्यवहार का आधार बना है. इस पुस्तक ने सदियों से हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और दैवीय यात्रा को संहिताबद्ध किया है. आज मनुस्मृति ही कानून है. ये सावरकर के शब्द हैं. सावरकर ने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि जिस पुस्तक से भारत चलता है, उसे इस पुस्तक से हटा दिया जाना चाहिए. इसी बात को लेकर लड़ाई है.
#WATCH | During discussion on 75th anniversary of adoption of the Constitution of India, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "I want to start my speech by quoting what the Supreme Leader, not of the BJP but of the modern interpretation of the ideas of the RSS has to say about the… pic.twitter.com/eS7HGR8Ivp
— ANI (@ANI) December 14, 2024
विपक्ष की तरफ प्रत्येक राज्य से एक संविधान के विचार के रक्षक हैं
लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने अपने पहले भाषण में, एक युद्ध के विचार का वर्णन किया, मैंने महाभारत का वर्णन किया, कुरुक्षेत्र का वर्णन किया. आज भारत में एक युद्ध हो रहा है. इस तरफ यानी विपक्ष की तरफ प्रत्येक राज्य से एक संविधान के विचार के रक्षक हैं.अगर आप हमसे तमिलनाडु के बारे में पूछेंगे – तो हम आपको पेरियार कहेंगे, अगर आप हमसे कर्नाटक के बारे में पूछेंगे तो हम कहेंगे बसवन्ना, अगर आप हमसे महाराष्ट्र के बारे में पूछेंगे तो हम कहेंगे फुले जी, अंबेडकर जी. अगर आप हमसे गुजरात के बारे में पूछेंगे तो हम कहेंगे महात्मा गांधी. आप इन लोगों की प्रशंसा झिझकते हुए करते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि आप चाहते हैं कि भारत उसी तरह चले जैसे पहले चलता था.
#WATCH | During discussion on 75th anniversary of adoption of the Constitution of India, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "I described, in my first speech, the idea of a battle taking place, I described the Mahabharat, described Kurukshetra. There is a battle taking place today… pic.twitter.com/a9XKsY99ek
— ANI (@ANI) December 14, 2024
जब आप अडानी को धरावी सौंपते हो, तो आप सभी का अंगूठा काटते हो
राहुल गांधी ने हाथ दिखाते हुए कहा कि यह अभयमुद्रा है. इसमें आत्मविश्वास, शक्ति और निडरता कहां आती है. हूनर (कौशल) से आती है. अंगूठे के माध्यम से आती है. ये लोग इसके खिलाफ है. जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा, वैसे ये पूरे देश के युवाओं का अंगूठा काट रहे हैं. जब आप अडानी जी को धरावी सौंपते हैं, तो आप उद्यमियों, छोटे और मध्यम व्यवसायों के अंगूठे काट देते हैं. जब आप भारत के बंदरगाहों, हवाई अड्डों और रक्षा उद्योग को अडानी को सौंपते हैं, तो आप भारत के उन सभी निष्पक्ष व्यापारियों के अंगूठे काट देते हैं, जो ईमानदारी से काम करते हैं.
#WATCH | During discussion on 75th anniversary of adoption of the Constitution of India, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "This is Abhayamudra. Confidence, strength and fearlessness come through skill, through thumb. These people are against this. The manner in which Dronacharya… pic.twitter.com/nIropoeCfq
— ANI (@ANI) December 14, 2024
अडानी-अंबानी को मुनाफा देने के चक्कर में किसानों का अंगूठा काट देते हो
लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में अग्निवीर का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि जब आपने अग्निवीर को लागू किया, तो आपने युवाओं के अंगूठे काट दिये. जब आपके पास 70 पेपर लीक थे, तब आपने भारत के युवाओं के अंगूठे काट दिये. दिल्ली कूच पर निकले किसानों पर रोकने का जिक्र करते हुए कहा कि आज आपने दिल्ली के बाहर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे, आपने किसानों पर लाठीचार्ज किया. किसान आपसे एमएसपी की मांग करते हैं. वे उचित मूल्य की मांग करते हैं. लेकिन आप अडानी, अंबानी को मुनाफा देते हैं और किसानों का अंगूठा काट देते हैं. राहुल ने कहा कि हम अभयमुद्रा रखते हैं, हम कहते हैं कि “डारो मत” और आप कहते हैं कि हम आपका अंगूठा काट देंगे. यही अंतर है.
#WATCH | During discussion on 75th anniversary of adoption of the Constitution of India, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, “…When you implemented Agniveer, you cut off the thumb of the youth. When you have paper leaks – you had 70 paper leaks, you cut off the thumb of the youth… pic.twitter.com/d9EDkn38iY
— ANI (@ANI) December 14, 2024
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