भविष्य युद्ध में नहीं, बुद्ध में निहित है, 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

Bhubneshwar :   ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. साथ ही सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हम न केवल लोकतंत्र की जननी हैं, बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है. दुनिया में जब […]

Jan 9, 2025 - 17:30
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भविष्य युद्ध में नहीं, बुद्ध में निहित है, 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

Bhubneshwar :   ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. साथ ही सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हम न केवल लोकतंत्र की जननी हैं, बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है. दुनिया में जब तलवार के जोर पर साम्राज्य बढ़ाने का दौर था, तब हमारे सम्राट अशोक ने यहां शांति का रास्ता चुना था. हमारी इस विरासत का ये वही बल है, जिसकी प्रेरणा से आज भारत दुनिया को कह पाता है कि भविष्य युद्ध में नहीं है, बुद्ध में है.

2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य

नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने प्रवासी समुदाय को हमेशा भारत का राजदूत माना है. 1947 में भारत की आजादी में प्रवासी भारतीयों ने अहम भूमिका निभाई थी. अब 2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य है. भारत अब ‘विश्व बंधु’ के रूप में जाना जाता है, इसे और मजबूत करने की जरूरत है. कहा कि हम संकट की स्थिति में अपने प्रवासी लोगों की मदद करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, चाहे वे कहीं भी हों.

भारत की समृद्ध विरासत का प्रतिबिंब है ओडिशा 

पीएम ने कहा कि आज आप ओडिशा की जिस महान धरती पर जुटे हैं, वो भी भारत की समृद्ध विरासत का प्रतिबिंब है. ओडिशा में कदम कदम पर हमारी विरासत के दर्शन होते हैं. सैकड़ों वर्ष पहले भी ओडिशा से हमारी व्यापारी कारोबारी लंबा सफर करके बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानों तक जाते थे. ओडिशा में आज भी बाली यात्रा का आयोजन होता है.

इस बार का प्रवासी भारतीय दिवस कई मायनों में खास

पीएम ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस का यह संस्करण एक और कारण से खास है. हम अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म शताब्दी के कुछ ही दिनों बाद यहां एकत्र हुए हैं. इस कार्यक्रम के पीछे उनकी दूरदर्शिता का अहम योगदान रहा. यह भारत और उसके प्रवासियों के बीच संबंधों को मजबूत करने वाली संस्था बन गयी है. हम सब मिलकर भारत, भारतीयता, अपनी संस्कृति, अपनी प्रगति का जश्न मनाते हैं और अपनी जड़ों से जुड़ते हैं.

जीवंत उत्सवों और मेल-मिलाप का है यह समय

पीएम ने आगामी आने वाले त्यौहारों और महाकुंभ मेले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में यह समय जीवंत उत्सवों और मेल-मिलाप का है. कुछ ही दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो जायेगा मकर संक्रांति, लोहड़ी, पोंगल और माघ बिहू का त्योहार भी आने वाला है. हर जगह खुशी का माहौल है. इसके अलावा, 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी जी लंबे समय तक विदेश में रहने के बाद भारत वापस आये थे. ऐसे शानदार समय में भारत में आपकी उपस्थिति उत्सव की भावना को और बढ़ा रही है.

आज भारत का हर क्षेत्र आसमान छूने के लिए बढ़ रहा है आगे

प्रधानमंत्री  ने कहा कि भारत ने पिछले 10 सालों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. भारत सिर्फ 10 साल में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. वह दिन दूर नहीं जब भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा. दुनिया भारत की सफलता देख रही है. हम सभी को गर्व महसूस हुआ, जब भारत का चंद्रयान चंद्रमा के शिव शक्ति बिंदु पर उतरा. हम सभी को गर्व महसूस हुआ, जब दुनिया डिजिटल इंडिया की शक्ति को देखकर चकित हुई. आज भारत का हर क्षेत्र आसमान छूने के लिए आगे बढ़ रहा है.

वो दिन दूर नहीं, जब मेड इन इंडिया विमान भी होंगे

आज भारत मेड इन इंडिया फाइटर जेट बना रहा है. ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बना रहा है. वो दिन भी दूर नहीं, जब आप किसी मेड इन इंडिया विमान से ही प्रवासी भारतीय दिवस मनाने भारत आयेंगे. आज दुनिया भारत को सुनती है, जो न केवल अपने विचार रखता है, बल्कि वैश्विक दक्षिण के विचार भी रखता है. आज का भारत ‘विकास भी और विरासत भी’ इस मंत्र पर चल रहा है.

भारतीय युवा जब भी विदेश जायें, अपने साथ कौशल लेकर जायें

भारत न केवल युवा देश है बल्कि कुशल युवाओं का देश भी है. सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि जब भी भारतीय युवा विदेश जायें, तो वे अपने साथ कौशल लेकर जायें. G20 के दौरान भी हमने देश के कोने-कोने में इसलिए बैठकें रखी ताकि दुनिया भारत की विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव ले पाये.

 

 

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