लातेहार: स्वास्थ्य विभाग का जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
Latehar: स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में स्थानीय श्रीराम वाटिका परिसर में जिला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सेवानिवृत सिविल सर्जन डॉ एसपी शर्मा, सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिंह और जिला यक्ष्मा पदाधिकारी और डॉ शोभना टोप्पो ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया. प्रशिक्षण […]
Latehar: स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में स्थानीय श्रीराम वाटिका परिसर में जिला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सेवानिवृत सिविल सर्जन डॉ एसपी शर्मा, सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिंह और जिला यक्ष्मा पदाधिकारी और डॉ शोभना टोप्पो ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के पदाधिकारी और अन्य कंसलटेंट प्रशिक्षकों ने बताया कि जुलाई माह में व्यस्क बीसीजी का टीका अभियान चलाया जाएगा. टीबी रोगियों को रोकथाम के लिए व्यस्कों को बीसीजी का टीका लगाया जा रहा है. जिसमें टीबी रोगियों के संपर्क वाले और पास पड़ोस के लोग प्राथमिकता के तौर पर 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दिया जाना है. उन्होंने यह भी बताया कि पिछले पांच वर्षों में टीवी से ग्रसित लोग और उनके निकट संपर्क में रहने वाले लोग बुजुर्ग नागरिक कुपोषित व्यक्ति, वर्तमान या अतीत में धूम्रपान करने वाले लोग, मधुमेह और एचआईवी रोगियों को बीसीजी का टीका लगाया जाना है.
इसे भी पढ़ें – लालू का दावा, मोदी का हो गया सफाया, केंद्र में इंडिया गठबंधन की बनेगी सरकार
प्लानिंग कर टीकाकरण करने की है जरूरत – सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वृहत तौर पर कार्यक्रम की प्लानिंग कर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को प्राथमिकता के तौर पर बीसीजी टीकाकरण का कार्य करने की दरकार है. उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम के लिए जून माह में सभी गांव के सहयोग द्वारा हेड सर्वे किया जाना है. प्रतिरक्षण स्थल पर चिन्हित लोगों को बीसीजी का टीका लगाया जाएगा. डॉ शोभना टोप्पो ने व्यस्क बीसीजी टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अखिलेश कुमार,पूर्व सिविल सर्जन डॉ शिवपूजन शर्मा और अन्य चिकित्सकों ने भी अपने अनुभव को बताया. उन्होंने कहा कि संसाधनों की कमी रहते हुए भी कार्यों को अच्छी तरह से किया जा सकता है. कार्यक्रम में डीपीएम, एमओआईसी, बीपीएम, बीडीएम, कोल्ड चेन हैंडलर, सभी एनटीईपी कर्मी, ट्राई एनजीओ और पिरामल के सदस्य आदि शामिल हुए.
इसे भी पढ़ें – कांग्रेस ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी बतायें, सरना कोड लागू करने की आदिवासी समुदाय की मांग पर उनका रुख क्या है…
What's Your Reaction?