संसद का शीतकालीन सत्र आज से, 16 विधेयक पेश करेगी सरकार, अडानी, वक्फ व मणिपुर मुद्दे पर घेरेगा विपक्ष
NewDelhi : संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो रहा है. इस शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार पांच नये कानूनों सहित 16 विधेयक पेश करेगी. वक्फ संशोधन विधेयक समेत कुल 16 विधेयक संसद में पेश करने के लिए सूचीबद्ध किये गये हैं. खास बात यह है कि दोनों सदनों की संयुक्त समिति ने […]
NewDelhi : संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो रहा है. इस शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार पांच नये कानूनों सहित 16 विधेयक पेश करेगी. वक्फ संशोधन विधेयक समेत कुल 16 विधेयक संसद में पेश करने के लिए सूचीबद्ध किये गये हैं. खास बात यह है कि दोनों सदनों की संयुक्त समिति ने लोकसभा को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद वक्फ विधेयक को विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है. आज से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में कांग्रेस पार्टी यानी विपक्ष मणिपुर हिंसा, अडानी और वक्फ का मुद्दा उठा सकती है. वहीं संसद को कागज रहित बनाने की अध्यक्ष ओम बिरला की पहल के तहत लोकसभा कक्ष की लॉबी में चार काउंटरों पर इलेक्ट्रॉनिक टैब रखे गये हैं. लोकसभा सदस्य इलेक्ट्रॉनिक टैब पर डिजिटल पेन का उपयोग करके अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं.
सदन में इन विषयों पर चर्चा की मांग
इधर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने राज्यसभा के महासचिव को पत्र लिखकर दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर अल्पकालिक चर्चा की मांग की है. वहीं टीडीपी सांसदों ने आंध्र प्रदेश से संबंधित सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में चर्चा की मांग की है. सीपीआई (एम) के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने शून्यकाल नोटिस दिया है और केरल के वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार से विशेष वित्तीय सहायता की मांग की है.
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने दिल्ली में वायु प्रदूषण पर अल्पकालिक चर्चा के लिए राज्यसभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियम के नियम 176 के तहत राज्यसभा के महासचिव को पत्र लिखा। pic.twitter.com/3BL8SmnpJ5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2024
किरेन रिजिजू ने संसद के शांतिपूर्ण सत्र का किया आह्वान
इससे पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद के शांतिपूर्ण सत्र का आह्वान करते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार है. हमारा एकमात्र अनुरोध है कि सदन अच्छे से चले और कोई हंगामा न हो. हर सदस्य चर्चा में भाग लेना चाहता है, लेकिन सदन अच्छे से चलना चाहिए. शीतकालीन सत्र को अच्छे से चलाने के लिए सभी का सहयोग और सभी की भागीदारी जरूरी है. बता दें कि 25 नवंबर से शुरू हो रहा संसद सत्र 20 दिसंबर को समाप्त होगा. संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा.
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