IAS मनीष रंजन से ईडी ने आठ घंटे की पूछताछ, आलमगीर के सामने बैठाकर पूछे गए कई सवाल
Ranchi : IAS मनीष रंजन मंगलवार को 11.15 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे थे. जिसके बाद ईडी के अधिकारी ने उनसे करीब आठ घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ के दौरान मनीष रंजन से उनका बयान दर्ज किया गया. ईडी द्वारा किए गए कई सवाल का मनीष रंजन ने जवाब दिया और कई मामले का जवाब उन्होंने […]
Ranchi : IAS मनीष रंजन मंगलवार को 11.15 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे थे. जिसके बाद ईडी के अधिकारी ने उनसे करीब आठ घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ के दौरान मनीष रंजन से उनका बयान दर्ज किया गया. ईडी द्वारा किए गए कई सवाल का मनीष रंजन ने जवाब दिया और कई मामले का जवाब उन्होंने स्पष्ट रूप से नहीं दिया. गौरतलब है कि टेंडर घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी मंत्री आलमगीर आलम उनके ओएसडी संजीव लाल और जहांगीर से हुई अब तक की पूछताछ में वरीय आईएएस अधिकारी मनीष रंजन की बड़ी भूमिका सामने आई है. पहले समन पर उपस्थित नहीं होने के बाद ईडी ने 25 मई को मनीष रंजन को दूसरा समन भेजकर 28 मई को पूछताछ करने के लिए बुलाया है. पुख्ता जानकारी के मुताबिक, टेंडर घोटाला से जुड़े इस मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मनीष रंजन की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण है. इतना ही नहीं अब तक हुई जांच में इस पूरे घोटाले में कई प्रभावशाली लोगो की भी बड़ी भूमिका सामने आ रही है.
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कमीशनखोरी मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं मंत्री आलमगीर
बता दें कि टेंडर कमीशनखोरी मामले में ईडी अब तक विभाग के मंत्री आलमगीर आलम, संजीव लाल, जहांगीर आलम, मुख्य अभियंता बीरेंद्र राम, सीए मुकेश मित्तल सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. ईडी ने लगातार दो दिनों तक पूछताछ करने के बाद आलमगीर आलम को 15 मई को गिरफ्तार कर लिया था. अभी वह ईडी की ही हिरासत में हैं. ईडी उनसे पूछताछ कर रही है. ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारी के बाद ईडी के हाथ कई सबूत लगे हैं, जिससे लगातार नये-नये खुलासे हो रहे हैं. खुलासा हुआ है कि एक एक्सेल शीट में कथित तौर पर कमीशनखोरी का हिसाब रखा जाता था, जिसमें मनीष रंजन का नाम भी था. उसी के आधार पर मनीष रंजन को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
ईडी का दावा-मंत्री से अधिकारी तक लेते थे टेंडर में कमीशन
ईडी ने कोर्ट में खुलासा किया था कि ग्रामीण विकास विभाग के टेंडर में अधिकारी से लेकर मंत्री तक कमीशन लेते थे. ज्ञात हो कि आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके निजी सहायक जहांगीर आलम के घर पर छापेमारी में ईडी को 35 करोड़ रीपये मिले थे. जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ हुई और ईडी ने उनको भी गिरफ्तार कर लिया.
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