अहमदाबाद में सीडब्ल्यूसी की बैठक, खड़गे ने कहा, गांधी की वैचारिक विरासत कांग्रेस के पास, भाजपा-आरएसएस पर बरसे
Ahmedabad : गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती के किनारे कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ आज मंगलवार को किया गया. इसकी शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के वक्तव्य से हुई. उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी की मौजूदगी में राष्ट्रपिता, सरदार वल्लभ भाई पटेल, दादाभाई नैरोजी का जिक्र करते हुए अपने भाषण […]

Ahmedabad : गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती के किनारे कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ आज मंगलवार को किया गया. इसकी शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के वक्तव्य से हुई. उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी की मौजूदगी में राष्ट्रपिता, सरदार वल्लभ भाई पटेल, दादाभाई नैरोजी का जिक्र करते हुए अपने भाषण की शुरुआत की. इससे पहले उन्होंने कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, लोक सभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी सहित CWC के सभी सदस्यों का स्वागत किया.
सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय स्मारक, गुजरात में हो रही कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में मेरे शुरूआती वक्तव्य के अंश –
यह साल महात्मा गांधी जी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी है।
दिसंबर 1924 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी मेरे गृह राज्य कर्नाटक के बेलंगाव कांग्रेस… pic.twitter.com/FyCvvS5tlZ
— Mallikarjun Kharge (@kharge) April 8, 2025
सांप्रदायिक विभाजन कर बुनियादी मसलों से ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है.
इस क्रम में खड़गे ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा, आज सांप्रदायिक विभाजन कर देश के बुनियादी मसलों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है. दूसरी तरफ ऑलिगार्फिक मोनोपॉली (कुलीनतंत्रीय एकाधिकार) देश के संसाधनों पर क़ब्ज़ा करते हुए शासन को नियंत्रित करने की राह पर हैं. खड़गे ने कहा, ऐसी सोच के लोग गांधी जी का चश्मा और लाठी तो चुरा सकते हैं लेकिन उनके आदर्शों पर कभी नहीं चल सकते. गांधी जी की वैचारिक विरासत कांग्रेस पार्टी के पास है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरदार पटेल के नेतृत्व में कराची कांग्रेस में मौलिक अधिकारों पर जो प्रस्ताव पारित हुए थे, वह भारतीय संविधान की आत्मा हैं. वह संविधान सभा की महत्वपूर्ण एडवाइजरी कमेटी के अध्यक्ष थे. आरोप लगाया कि पिछले कई साल से राष्ट्रीय नायकों को लेकर सोची-समझी साजिश चल रही है.
कांग्रेस पार्टी का 140 साल से सेवा और संघर्ष का गौरवशाली इतिहास है
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का 140 साल से सेवा और संघर्ष का गौरवशाली इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे के खिलाफ वातावरण बनाया जा रहा है. ये काम वह लोग(भाजपा) कर रहे हैं जिनके पास आजादी को लड़ाई में अपना योगदान बताने को कुछ भी नहीं है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि पंडित नेहरू और सरदार पटेल के संबंधों को ऐसा दिखाने की साजिश की जा रही है जैसे दोनों ही एक-दूसरे के खिलाफ थे.
उन्होंने उदाहरण देते हुए 1937 में गुजरात विद्यापीठ में सरदार पटेल के एक भाषण का जिक्र किया. कहा कि नेहरूजी से सरदार पटेल कितना स्नेह करते थे, इसे अभिनंदन ग्रंथ में लिखे उनके विचारों से समझा जा सकता है. सरदार पटेल ने 14 अक्टूबर 1949 को अभिनंदन ग्रंथ में लिखा था, पिछले दो वर्षों में नेहरूजी ने देश के लिए जो अथक परिश्रम किया है, वो मुझसे अधिक अच्छी तरह कोई नहीं जानता.
मैंने इस दौरान उनको भारी भरकम उत्तरदायित्व के भार के कारण बड़ी तेजी के साथ बूढे होते देखा है. खड़गे ने कहा कि ये बातें रिकॉर्ड में दर्ज हैं. नेहरू जी तमाम विषयों में सरदार पटेल से सलाह लेते थे और दोनों नेताओं के बीच लगभग हर दिन पत्र-व्यवहार होता था. सरदार पटेल का नेहरू जी बहुत आदर करते थे और सलाह लेने खुद उनके घर भी जाते थे.
सरदार पटेल की विचारधारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विपरीत थी और उन्होंने तो संघ पर बैन भी लगा दिया था. हआज उस संस्था के लोग उनकी विरासत पर दावा करते हैं.
जब संविधान बना, तब संघ ने गांधी, नेहरू, डॉक्टर आंबेडकर की आलोचना की
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को संविधान सभा का सदस्य बनाने में गांधी जी और सरदार पटेल की अहम भूमिका रही थी. बाबा साहब ने 25 नवंबर 1949 को संविधान सभा के अंतिम भाषण मे कहा था कि कांग्रेस के सहयोग के बिना संविधान नहीं बन सकता था. जब संविधान बना, तब संघ(आरएसएस) ने गांधी जी, पंडित नेहरू, डॉक्टर आंबेडकर और कांग्रेस की बहुत आलोचना की. रामलीला मैदान में संविधान और इन नेताओं के पुतले जलाये गये.
खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने संसद परिसर में गांधीजी और बाबा साहब की मूर्ति को एक कोने में डाल कर उनका अपमान किया है. गृह मंत्री ने राज्यसभा में बाबा साहब का मजाक उड़ाते हुए कहा, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर कहते हैं, इतना अगर भगवान का नाम लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.
कांग्रेस संविधान और संविधान निर्माता, दोनों का सम्मान करती है
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, सीडब्ल्यूसी की बैठक अहमदाबाद के सरदार पटेल म्यूजियम में हमने इसी सोच के तहत रखी है. हम सरदार पटेल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. आरोप लगाया कि आज भाजपा और संघ के लोग गांधी जी से जुड़े संस्थानों पर कब्जा कर उन्हीं के वैचारिक विरोधियों को सौंप रहे हैं. कांग्रेस को जिन प्रांतों में सबसे अधिक ताकत मिली, उनमें गुजरात पहले स्थान पर है.
इसे भी पढ़ें : टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और कीर्ति आजाद भिड़े, भाजपा ने शेयर किया व्हाट्सएप चैट, वर्सेटाइल इंटरनेशनल लेडी का जिक्र
What's Your Reaction?






