झारखंड में जातीय जनगणना की मांग तेज, कांग्रेस ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उठाया मुद्दा
Ranchi : झारखंड में जातीय जनगणना की मांग जोर पकड़ रही है. सत्तारूढ़ जेएमएम के सहयोगी दल कांग्रेस और राजद प्रमुखता से इस मुद्दे को उठा रहे हैं. कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कर्नाटक के बेलगांव में गुरुवार को आयोजित कांग्रेस की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जातीय जनगणना का मुद्दा […]
Ranchi : झारखंड में जातीय जनगणना की मांग जोर पकड़ रही है. सत्तारूढ़ जेएमएम के सहयोगी दल कांग्रेस और राजद प्रमुखता से इस मुद्दे को उठा रहे हैं. कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कर्नाटक के बेलगांव में गुरुवार को आयोजित कांग्रेस की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जातीय जनगणना का मुद्दा प्रमुखता से उठाया.
हेमंत सरकार को इस मामले में जल्द से जल्द करना चाहिए पहल
प्रदीप यादव ने बैठक में कहा कि झारखंड में जातीय जनगणना का मामला अभी लंबित है. उन्होंने बैठक में सुझाव देते हुए कहा कि राज्य में जातीय जनगणना होनी चाहिए. उन्होंने हेमंत सरकार से जल्द से जल्द इस पर पहल करने का आग्रह किया.
जातीय जनगणना कराने से सरकार को मिलेगी मदद
इधर हेमंत मंत्रिमंडल में राजद के मंत्री संजय प्रसाद यादव ने भी जमशेदपुर में यादव समाज की वार्षिक आमसभा में कहा कि झारखंड में जातीय जनगणना करायी जायेगी. ताकि यह स्पष्ट हो सके कि राज्य में किस समुदायों की कितनी आबादी है. इससे सरकार को जाति प्रमाणपत्र और नौकरी दिलाने में मदद मिलेगी.
कांग्रेस और राजद प्रमुखता से उठा रही जातीय जनगणना का मुद्दा
बता दें कि कांग्रेस इस मामले में एक मजबूत समर्थक रही है. राहुल गांधी लगातार पिछड़े वर्गों और वंचित तबकों के लिए आवाज उठाते रहे हैं. वहीं राजद भी इस मुद्दे को लेकर सक्रिय है. पार्टी ने बिहार में होने वाले विधानसभा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न मंचों के जरिये जातीय जनगणना का मुद्दा उठा रही है. राजद ने अपने चुनाव घोषणापत्र में जातीय जनगणना का वादा किया था. दोनों पार्टियों का समर्थन यह दर्शाता है कि इस मुद्दे को राजनीतिक स्तर पर गंभीरता से लिया जा रहा है.
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