झारखंड विधान सभा : स्पीकर ने सदस्यों से कहा, सदन पक्ष और विपक्ष दोनों से मिलकर चलता है…

 Ranchi :  झारखंड विधान सभा का   स्पीकर चुने जाने के बाद रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि सदन पक्ष और विपक्ष दोंनों से मिलकर चलता है. विपक्ष सरकार का आईना होता है. लोकतंत्र की यही ताकत है कि सबकी बात सुनी जाए. सहमति से सदन चले और मेरी अपेक्षा है कि मैं सबकी सहमति से सदन […]

Dec 11, 2024 - 05:30
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झारखंड विधान सभा : स्पीकर ने सदस्यों से कहा,  सदन पक्ष और विपक्ष दोनों से मिलकर चलता है…

 Ranchi :  झारखंड विधान सभा का   स्पीकर चुने जाने के बाद रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि सदन पक्ष और विपक्ष दोंनों से मिलकर चलता है. विपक्ष सरकार का आईना होता है. लोकतंत्र की यही ताकत है कि सबकी बात सुनी जाए. सहमति से सदन चले और मेरी अपेक्षा है कि मैं सबकी सहमति से सदन चलाऊं. मैं प्रयास करूंगा कि उन्ही भावनाओं से आप सबका विचार सदन में आए और मैं निष्पक्ष रूप से सदन का संचालन कर सकूं. आप सबों से मेरी यह अपेक्षा रहेगी कि सदन निर्बाध रूप से चले. मैं यहां अपने अन्तर्मन से यह कहना चाहता हूँ कि हमलोग यहां पर चुनकर आते हैं और जनता की बहुत सारी अपेक्षाओं के साथ चुनकर आते हैं. साढ़े तीन करोड़ जनता की इस सदन से आशाएं बंधी हैं कि  उनके हित में और उनके लिए इस महापंचायत से  समुचित कार्य हो. यह भी सत्य है कि कई बार गतिरोध के कारण वांछित इष्टतम कार्य नहीं हो पाता है, इसलिए मैं आग्रह करना चाहता हूं कि सदन में गतिरोध  न हो. सदन में आलोचना हो,  सदन में विचार व्यक्त हो, अभिव्यक्ति हो लेकिन गतिरोध सदन की परंपरा नहीं है.

राज्य की जनता की अपेक्षाएं, आशाएं और आकांक्षा बढ़ी हैं

स्पीकर ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार सरकार बनी है. गत वर्षों में राज्य की जनता की अपेक्षाएं, आशाएं और आकांक्षाएँ बढ़ी है इसे बेहतर तरीके से पूरा करने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है. छठी विधानसभा एक नए विजन, नये संकल्प की सभा होनी चाहिए.  यह सभा हमारे रचनात्मक चिंतन, नूतन विचारों की सभा होनी चाहिए. यह सभा उच्च कोटि की संसदीय परम्परा स्थापित करे. पक्ष, प्रतिपक्ष की मर्यादित सहमति-असहमति की अभिव्यक्ति परिलक्षित हो, राज्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन एवं सार्थक चर्चा, संवाद हो और राज्य को आगे ले जाने की इच्छाशक्ति के साथ यह सदन काम करे.

 सदन में 21 नये सदस्य चुनकर आये हैं

मुझे प्रसन्नता है कि इस सदन में पहली बार 21 नए माननीय सदस्य चुनकर आए हैं, मैं सदन की ओर से इनका अभिनन्दन करता हूँ. मुझे आशा है कि निर्वाचित सदस्य सदन की नियमों, परम्पराओं और परिपाटियों का गहन अध्ययन करंगे  और अपने अभिभावक समान वरिष्ठों के अनुभव का लाभ उठाकर श्रेष्ठ संसदीय परम्पराओं का पालन करेंगे.  सदन के सदस्यों से आग्रह करना चाहूंगा कि लोक कल्याण के लिए ऐसी नीतियां बनाएं, ऐसे कानून बनाएं, ऐसे अधिनियम बनाएं जिससे समाज के शोषित, पीड़ितऔर वंचित वर्गों का उत्थान हो सके और गांधी जी के द्वारा देखे गए सपनों के अनुरूप अन्तिम व्यक्ति के जीवन में सामाजिक, आर्थिक उत्थान हो सके. मेरी कोशिश होगी कि मैं सभी  सदस्यों को पर्याप्त दूं, पर्याप्त अवसर दूँ. यह सदन सभी पक्षों के विचारों वाली सदन हो. सभी पक्षों के विचार यहां आने चाहिए.

सहमति और असहमति हमारे लोकतंत्र की ताकत

सहमति और असहमति हमारे लोकतंत्र की ताकत है. हम अलग-अलग विचारधाराओं से चुनकर आते हैं हालांकि अलग-अलग विचारधाराओं के बाद भी राज्य का हित सर्वोपरि हैं. मेरा प्रयास रहेगा कि जो संसदीय मर्यादा है उसका पालन करने का दायित्व आपने मुझे दी है और मैं उसका पालन आपके सहयोग से करूंगा.कभी-कभी सदन की परंपरा और मर्यादा कायम रखने के लिए कठोर निर्णय भी लेने पड़ते हैं. षष्ट्म विधान सभा में मेरी अपेक्षा है कि हम सब लागे एक उच्च कोटि का बेहतर संवाद करें, चर्चा करें.यहाँ कई अनुभवी नेता पुनःनिर्वाचित होकर आए हैं वहीं कई नव निर्वाचित ऊर्जावान सदस्य भी हैं.

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