म्यांमार-थाईलैंड में भूकंप, धरती कांपी, रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल पर तीव्रता 7.2, कई बिल्डिंग धराशायी
Naypyidaw : म्यांमार की धरती आज शुक्रवार को दो जोरदार भूकंप के झटकों से हिल गयी. झटके इतने तेज थे कि म्यांमार के साथ ही थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक झटकों की आंच पहुंच गयी. भूकंप के कारण कई ऊंचे भवन ताश के पत्तों की तरह घराशायी हो गये, चारों ओर चीख पुकार मच गयी. […]

Naypyidaw : म्यांमार की धरती आज शुक्रवार को दो जोरदार भूकंप के झटकों से हिल गयी. झटके इतने तेज थे कि म्यांमार के साथ ही थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक झटकों की आंच पहुंच गयी. भूकंप के कारण कई ऊंचे भवन ताश के पत्तों की तरह घराशायी हो गये, चारों ओर चीख पुकार मच गयी.
Earthquake of magnitude 7.2 on the Richter scale hits Myanmar, says National Center for Seismology. pic.twitter.com/k0RQVKfbsZ
— ANI (@ANI) March 28, 2025
खबरों के अनुसार भूकंप का केंद्र म्यांमार का Sagaing रहा. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि इससे म्यांमार के मांडलेय में इरावडी नदी पर बना Ava Bridge ढह गया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रिक्टर पैमाने पर भूकंप के पहले झटके की तीव्रता 7.2 और दूसरे की 7.0 दर्ज की गयी.
बता दें कि रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है. साथ ही भूकंप की तीव्रता उसके केंद्र (एपिसेंटर) से नापी जाती है. उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा इसी स्केल के पैमाने पर तय होती है. रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 में कम तीव्रता की ऊर्जा निकलती है. रिक्टर स्केल 9 बेहद भयावह और तबाही वाली लहर होती है. हालांकि यह दूर जाते-जाते कमजोर होती चली जाती हैं.
रिक्टर पैमाने पर तीव्रता यदि 7 है, तो आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका महसूस होता है. वैज्ञानिकों के अनुसार हमारी धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. सभी प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं.
ये प्लेट जब आपस में टकराती हैं, रगड़ाती हैं. एक-दूसरे से दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने और कांपने लगती है. यह भूकंप कहलाती है. रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है.
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