सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने चीन बॉर्डर, म्यांमार बॉर्डर, बांग्लादेश पर अपनी बात रखी

जम्मू-कश्मीर को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा, फिलहाल वहां एक्टिव आतंकियों में से 80 फीसदी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी हैं. NewDelhi : सेना दिवस से पूर्व सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में सीमा पर हालात को लेकर जानकारी दी. इस क्रम में बताया कि बांग्लादेश के साथ कब बातचीत संभव है. […]

Jan 14, 2025 - 05:30
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सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने चीन बॉर्डर, म्यांमार बॉर्डर, बांग्लादेश पर अपनी बात रखी

जम्मू-कश्मीर को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा, फिलहाल वहां एक्टिव आतंकियों में से 80 फीसदी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी हैं.

NewDelhi : सेना दिवस से पूर्व सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में सीमा पर हालात को लेकर जानकारी दी. इस क्रम में बताया कि बांग्लादेश के साथ कब बातचीत संभव है. जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, वे संकट के दौरान और हाल के समय तक बांग्लादेश के सेना प्रमुख के संपर्क में थे. कहा कि हम बांग्लादेश के साथ संबंधों के बारे में तभी बात कर सकते हैं जब वहां निर्वाचित सरकार सत्ता पर हो.

2024में मारे गये आतंकियों में 60फीसदी पाकिस्तानी थे 

उन्होंने चीन बॉर्डर, म्यांमार बॉर्डर के अलावा मणिपुर हिंसा को लेकर आर्मी की तैयारियों के बारे में बताया. इस क्रम में कहा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख धीरे-धीरे टेररिज्म से टूरिज्म की ओर बढ़ रहे हैं  जम्मू-कश्मीर को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा, फिलहाल वहां एक्टिव आतंकियों में से 80 फीसदी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी हैं. कहा कि 2024 में मारे गये आतंकियों में से 60फीसदी पाकिस्तानी थे.

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर स्थिति संवेदनशील है, लेकिन कंट्रोल में है

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (चीन सीमा) पर स्थिति संवेदनशील है, लेकिन कंट्रोल में है. इस मुद्दे पर पीएम मोदी भी चीन के प्रमुख से बात कर चुके हैं.  वहां अब कोई बफर जोन नहीं है.भारतीय नौसेना हमारे साथ पैंगोंग त्सो झील में बड़े पैमाने पर काम कर रही है, जिसमें मानव रहित नौकाएं भी शामिल हैं.  उनके विशेष बल जम्मू-कश्मीर और अन्य स्थानों पर हमारे साथ काम कर रहे हैं, जिसमें गहरे समुद्र में गोताखोर भी शामिल हैं।.

भारतीय नौसेना के सहयोग की बात करें तो, जहाँ तक हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) का सवाल है, दो जगहें हैं जहां हम बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।.हला है अंडमान और निकोबार और दूसरा है उभयचर कार्य बल. जहां तक अंडमान और निकोबार का सवाल है, आप जानते हैं कि हम उन्हें स्थायी आधार पर रखने जा रहे हैं और उस क्षेत्र में प्रादेशिक सेना की भूमिका को बढ़ायेंगे.  

भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया है

जान लें कि बांग्लादेश में पिछले अगस्त माह में तख्ता पलट के बाद से भारत के साथ उसके संबंध पटरी पर नहीं रहे हैं. एक बाद और कि भारत और बांग्लादेश के बीच हाल के दिनों में सीमा पर भी तनाव बढ़ गया है. भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में कांटेदार तार की बाड़ लगाने को लेकर झड़प होने की खबर आती रहती है.

विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक की थी

रविवार को विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने नयी दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक की थी. इस दौरान सीमा तनाव को लेकर बांग्लादेश की ओर से ‘गहरी चिंता व्यक्त की थी. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, विदेश सचिव राजदूत मोहम्मद जशीम उद्दीन ने आज विदेश मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के समक्ष बांग्लादेश-भारत सीमा पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की हाल की गतिविधियों को लेकर बांग्लादेश सरकार की ओर से गहरी चिंता जताई.

भारत-म्यांमा सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गयी है 

मणिपुर के संबंध में सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी का कहना था कि सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों और सरकार की सक्रिय पहलों से राज्य में स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि, सेना प्रमुख ने यह भी स्वीकार किया कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं जारी हैं. सशस्त्र बल क्षेत्र में शांति लाने की कोशिश कर रहे हैं. म्यांमा सीमा को लेकर कहा, भारत-म्यांमा सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गयी है.

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