राउत ने फडणवीस को महाराष्ट्र की राजनीति का ‘खलनायक’ बताया, मोदी को लेकर भी किया बड़ा दावा
Mumbai : महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश के एक दिन बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने उनपर निशाना साधा है. संजय राउत ने फडणवीस को महाराष्ट्र की राजनीति का “खलनायक” बताते हुए उनपर कई परिवारों को बर्बाद करने और राजनीतिक प्रतिशोध का सहारा लेने का आरोप लगाया. राउत ने यह […]
Mumbai : महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश के एक दिन बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने उनपर निशाना साधा है. संजय राउत ने फडणवीस को महाराष्ट्र की राजनीति का “खलनायक” बताते हुए उनपर कई परिवारों को बर्बाद करने और राजनीतिक प्रतिशोध का सहारा लेने का आरोप लगाया. राउत ने यह भी कहा कि अगर अगर नरेंद्र मोदी ‘जबरन’ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का प्रयास करते हैं तो उनकी सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी. उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मोदी का विकल्प ढूंढ रहा है. उक्त बातें संजय राउत ने दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कही.
राउत का दावा-मोदी का विकल्प तालाश रही आरएसएस
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अगर महाराष्ट्र की राजनीति में कोई ‘खलनायक’ है, तो वह देवेंद्र फडणवीस हैं. लोकसभा चुनावों में भाजपा की हार की वजह देवेंद्र फडणवीस हैं. उन्होंने राजनीतिक प्रतिशोध के लिए कई परिवारों को तबाह किया है. राउत ने यह भी आरोप लगाया कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को भारी बहुमत मिलने के बाद मोदी और अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हावी होने की कोशिश की. लेकिन अब आरएसएस इस स्थिति में है कि वह निर्णय ले सकते हैं और मोदी को घर भेज सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि मोदी को पार्टी के अंदर विरोध का सामना करना पड़ रहा है. कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार संघ का शीर्ष नेतृत्व विकल्प तलाशने में लगा हुआ है. शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी ‘हार’ हुई है. उन्होंने कहा कि चुनाव मोदी के नेतृत्व में लड़े गये और भाजपा को बहुमत नहीं मिला. अगली सरकार बैसाखी के सहारे बनेगी.
भाजपा की सीट 23 से घटकर नौ रह गयी
कांग्रेस ( 13 सीट) उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) (नौ सीट) और शरद पवार के नेतृत्व वाली रांकपा (एसपी) (आठ सीट) के गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) ने लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में 48 में से 30 संसदीय सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं राज्य की सत्ता में काबिज भाजपा (नौ सीट), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना (सात सीट) और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (एक सीट) के गठबंधन वाली महायुति ने लोकसभा चुनावों में 17 सीटें जीतीं. जबकि एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गयी. लोकसभा चुनावों में राज्य में भाजपा की लोकसभा सीटों की संख्या 23 से घटकर नौ रह जाने के बाद फडणवीस ने हार की जिम्मेदारी ली और अपने इस्तीफे की पेशकश की.
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