कटनी पर्व का मतलब योहवा को स्मरण रखने की आज्ञाः पुरोहित

Ranchi: बहुबाजार स्थित सीएनआई चर्च में रविवार को ईसाई समुदाय आगमन काल और कटनी पर्व एक साथ मनाया. चर्च को धान की बालियों से सजाया गया. कटनी पर्व की सफलता के लिए परमेश्वर का विशेष विनती की गई. इसमे हजारों ईसाई धर्मावलंबी शामिल हुए. खेत में उपजा फसल को परमेश्वर को अर्पित की गई. इसमें […]

Dec 2, 2024 - 05:30
 0  1
कटनी पर्व का मतलब योहवा को स्मरण रखने की आज्ञाः पुरोहित

Ranchi: बहुबाजार स्थित सीएनआई चर्च में रविवार को ईसाई समुदाय आगमन काल और कटनी पर्व एक साथ मनाया. चर्च को धान की बालियों से सजाया गया. कटनी पर्व की सफलता के लिए परमेश्वर का विशेष विनती की गई. इसमे हजारों ईसाई धर्मावलंबी शामिल हुए. खेत में उपजा फसल को परमेश्वर को अर्पित की गई. इसमें धान, साग सब्जी , मुर्गा मुर्गी समेत अन्य वस्तुओं को बेदी के समीप रखकर ईश्वर से विनती की गई. इसके बाद सारी चीजों की निलामी की गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता पुरोहित डेविड, रेव्ह जस्टिन भुईयां, रेव्ह विकास कुजूर, रेव्ह ग्लोरिया डहंगा ने कटनी पर्व को सम्पन्न कराया. जीईएल चर्च की विश्वासी सारेन केरकेट्टा सीएनआई चर्च का सदस्यता ग्रहण की. चर्च परिसर में मौजूद विश्वासियों औऱ फादर को धन्यवाद दी. पवित्र आत्मा के साथ सभी अनुशासन को सच्चे ह्रदय से स्वीकार करने की बात कही.
इस अवसर पर पुरोहित डेविड ने संदेश दिया कि कटनी पर्व का मतलब योहवा को स्मरण रखने की आज्ञा है. गुलामी के जीवन से उत्तम देश में प्रवेश करने की जीवन है. परमेश्वर ने प्रजा को गुलामी औऱ दासों को गुलामी से छुडाया है. परमेश्वर ने उन्हे उत्तम देश दिया. जहां दूध औऱ मधु की धारा बहती है. इसलिए अपनी परमेश्वर योहवा की आज्ञा का पालन करते हुए उनके मार्ग पर चलना होता है. उनका धैर्य मानते रहना, क्योंकि परमेश्वर योहवा एक उत्तम देश में लिया जा रहा है. जो जल की नदियों की तराईयों औऱ पहाड़ों से निकले हुए गहरे स्रोतों का देश है. फिर वह गेहू, जौ, दाकलता, अंजिरों औऱ अन्नहारों का देश है. तेल वाली जैतून औऱ मधु का घी का देश है. उस देश में अन्न की नाव होगी. वहां किसी पदार्थ का घटी न होगी. वहां पत्थर लोहे की है. वहां की पहाडों में से तांबा खोद कर निकाल सकेगा औऱ तुम पेट भर खा सकोगे. आज परमेशवर का आज्ञा मानने का दिन है. परमेश्वर ने उन्हें गुलामी से छुड़ाया.

इसे भी पढ़ें – सरकार ने ट्रेजरी के 2,812 करोड़ अपनी झोली में डाले, हिसाब मांगने पर साधी चुप्पी : बाबूलाल 

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow