धनबाद : लीडरशिप एंड मैनेजमेंट प्रोग्राम के दूसरे दिन तकनीक व ग्रामीण परिवर्तन पर चर्चा
Dhanbad : विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने व स्थानीय स्वशासन को मजबूत बनाने के लिए IIT-ISM धनबाद में लीडरशिप एंड मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम दूसरे दिन भी जारी रहा. पंचायती राज मंत्रालय व राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामीण विकास व तकनीकी इंटीग्रेशन के पहलुओं पर जोर दिया […]

Dhanbad : विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने व स्थानीय स्वशासन को मजबूत बनाने के लिए IIT-ISM धनबाद में लीडरशिप एंड मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम दूसरे दिन भी जारी रहा. पंचायती राज मंत्रालय व राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामीण विकास व तकनीकी इंटीग्रेशन के पहलुओं पर जोर दिया गया. यह पांच दिवसीय रेसिडेंशियल कार्यक्रम पंचायती राज संस्थाओं के 47 चुने हुए प्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाकर उनके नेतृत्व क्षमता और प्रबंधन कौशल को बढ़ाने का कार्य कर रहा है.
दूसरे दिन की गतिविधियां IIT-ISM के स्मार्ट क्लासरूम में आयोजित की गईं. आज का प्रमुख विषय था: “टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन व रूरल मैनेजमेंट”, जो ग्रामीण सशक्तिकरण की दिशा में दो अहम स्तंभ माने गए हैं. कार्यक्रम की शुरुआत IIT-ISM के डिप्टी डायरेक्टर प्रो. धीरज कुमार के व्याख्यान से हुई. उन्होंने स्टार्टअप इकोसिस्टम की जटिलताओं को सरल तरीके से समझाया और सेक्सन 8 कंपनियों के महत्व को उजागर किया. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक कुणाल कुमार ने ग्रामीण बैंकिंग व वित्तीय समावेशन पर सत्र लिया. उन्होंने बताया कि कैसे PRIs के वित्तीय स्वायत्तता को बढ़ाकर ग्रामीण विकास को गति दी जा सकती है. प्रो. ईशा साहा ने रूरल हेल्थकेयर में टेक्नोलॉजी के उपयोग को विस्तार से समझाया. बताया कि कैसे डिजिटल टूल्स ग्रामीण स्वास्थ्य असमानताओं को कम करने में सहायक हो सकते हैं. IIT-ISM व पंचायती राज मंत्रालय का यह ऐतिहासिक सहयोग ग्राम स्वराज की दिशा में एक मजबूत कदम है.
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